Jamshedpur: टुसु और मकर संक्रांति (Makar Sankranti) पर्व को लेकर जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। जिला प्रशासन की तरफ से डीसी अनन्य मित्तल के निर्देश पर रविवार को बड़े पैमाने पर घाटों की सफाई का काम शुरू किया गया। डीसी अनन्य मित्तल ने 6:00 बजे विज्ञप्ति जारी कर बताया कि सोनारी के दो मोहानी, मानगो पुल छठ घाट, चाणक्यपुरी छठ घाट, स्वर्णरेखा नदी घाट, कल्याण नगर घाट, सतीघाट, भुइयांडीह छठ घाट आदि घाटों पर डेंजर लाइन चिन्हित की गई है। जो लोग इन पर्व के दौरान नदी पर पहुंचेंगे उनके लिए इस डेंजर लाइन की को क्रॉस करने की मनाही होगी। नदी में डेंजर लाइन से पहले तक ही वह जा सकेंगे। डेंजर लाइन को लाल झंडी से चिन्हित किया जाएगा। इसके अलावा, घाटों तक जाने वाले रास्ते की भी साफ सफाई हो रही है।
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तिलकुट से भरा जमशेदपुर का Makar Sankranti का बाजार
जमशेदपुर में मकर संक्रांति ( Makar Sankranti) को लेकर बाजार सज गया है। बिहार के गया से आए कारीगर तिलकुट और लड्डू बना रहे हैं। तिल के लड्डू और तिलकुट मकर संक्रांति पर खूब बिकते हैं। जमशेदपुर में साकची, बिष्टुपुर, बारीडीह, सिदगोड़ा, कदमा आदि बाजारों में तिलकुट खरीदने के लिए लोगों की भीड़ उमड़नी शुरू हो गई है। गया का तिलकुट देश भर में मशहूर है। इसीलिए मकर संक्रांति पर क्षेत्र के लोग कारीगरों को गया से बुलवाते हैं और तिलकुट बनवाते हैं। अभी बाजार में अच्छा वाला तिलकुट ढाई सौ रुपए प्रति किलो, चीनी वाला तिलकुट ₹200 प्रति किलो, खोवा वाला तिलकुट 350 रुपए प्रति किलो, काले तिल का लड्डू ₹40 का 200 ग्राम और सफेद तिल का लड्डू ₹50 का 200 ग्राम बिक रहा है।
टुसू पर होगी मुर्गा लड़ाई
जमशेदपुर में टुसू पर्व की भी तैयारी शुरू हो गई है। टुसू पर्व को लेकर सोनारी के दो मोहानी घाट पर मेला लगता है। यहां मुर्गा लड़ाई भी होती है। आदिवासी समाज धूमधाम से टुसू मनाता है। टुसू पर लगभग महीने भर तक जश्न चलता है। ग्रामीण इलाकों में टुसू की बहार होती है। जमशेदपुर में भी भुइयांडीह में टुसू मेला लगता है। यहां भी मुर्गा लड़ाई होती है। टुसू पर शहर के होटल बंद रहते हैं। क्योंकि, सभी कारीगर और काम करने वाले युवक छुट्टी पर चले जाते हैं।