जमशेदपुर: करीम सिटी कॉलेज के भूगोल विभाग ने विश्व महासागर दिवस के अवसर पर ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन किया। इस वेबिनार में अतिथि वक्ता के रूप में डॉ. ग़ज़ल सलाहुद्दीन शामिल हुईं, जो नई दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया में भूगोल विभाग की सहायक प्रोफेसर हैं। विश्व महासागर दिवस का विषय ‘ हमारे महासागर और जलवायु के लिए कार्रवाई को उत्प्रेरित करना ‘है। वेबिनार में करीम सिटी कॉलेज के भूगोल विभाग के प्रमुख डॉ. आले अली आयोजन सचिव के रूप में शामिल हुए। साथ ही प्राचार्य डॉ. मोहम्मद रेयाज, सहायक प्रोफेसर डॉ. फरजाना अंजुम, डॉ. पसारुल इस्लाम, 70 से अधिक छात्र – छात्राएं भी इस वेबिनार में जुड़े रहे। वेबिनार की शुरुआत डॉ आले अली के परिचयात्मक भाषण से हुई। उन्होंने बताया कि महासागर दिवस पहली बार 8 जून, 1992 को रियो डी जेनेरियो में ग्लोबल फोरम में घोषित किया गया था। इसके बाद करीम सिटी कॉलेज के प्रिंसिपल, डॉ मोहम्मद रियाज ने अतिथि वक्ता का स्वागत करते हुए वेबिनार में स्वागत भाषण दिया। इसके बाद, अतिथि वक्ता डॉ ग़ज़ल सलाहुद्दीन ने विश्व महासागर दिवस के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि हम महासागरों के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने और उनके संरक्षण के लिए वैश्विक कार्रवाई को संगठित करने के लिए महासागर दिवस मना रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि महासागर ग्रीनहाउस गैसों की सबसे अधिक गर्मी को अवशोषित करते हैं और यही महासागरों के बढ़ते तापमान का मुख्य कारण है। उन्होंने विभिन्न मानवीय गतिविधियों के बारे में बात की जो महासागरों की सुंदरता को खराब कर रही हैं। इनमें कूड़ा-करकट, अत्यधिक मछली पकड़ना आदि शामिल हैं। उन्होंने बताया कि महासागरों में कचरे का प्रत्यक्ष निपटान कम करके महासागरों को संरक्षित करने का सबसे अच्छा तरीका हो सकता है। डॉ पसारुल इस्लाम, सहायक प्रोफेसर ने छात्रों के मन में उठ रहे सवालों के समाधान के लिए एक प्रश्नोत्तर सत्र किया। इसमें अतिथि वक्ता डॉ. ग़ज़ल सलाहुद्दीन ने सभी छात्रों के प्रश्नों का भली भांति उत्तर दिया | वेबिनार का संचालन डॉ. फरजाना अंजुम ने किया।