जनता के सवालों का जबाब दीजिये सी एम साहब : अनिल मोदी।
जमशेदपुर : जमशेदपुर के दौरे पर आए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भाजपा के जिला महामंत्री अनिल मोदी ने जनहित से जुड़े 10 सवाल पूछे हैं।
1-झारखंड सरकार द्वारा चलाये जा रहे आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के बावजूद अंचल कार्यालयों में हज़ारों लोगों के जमीन म्युटेशन एवं अन्य विकास के कार्य रुके हुए हैं। क्या यह कार्यक्रम महज आई वाश नहीं है।
2-प्रदेश के लाखों बेरोजगारों को रोजगार देने के वादे पर सत्ता में आई आपकी सरकार ने अभी तक कितने बेरोजगारों को रोजगार दिया है।
3-जिस राज्य में मूलवासियों को 800 रु की दैनिक मजदूरी के लिए उत्तरकाशी की सुरंग में जान जोखिम में डालकर कार्य करना पड़ता हो। ऐसे में प्रदेश के विकास का झूठा ढिंढोरा न्यायोचित है क्या।
4-झारखंड में जनजातीय महिलाओं के साथ लगातार हो रहे बलात्कार एवं हत्या के मामलों में अपराधियों का नहीं पकड़ाना, महिला सुरक्षा पर सरकार की नाकामी को उजागर नहीं करता है क्या।
5-राजधानी रांची एवं अन्य शहरों में नागरिकों की दिनदहाड़े खुलेआम हत्या,धमकी क्या विधि व्यवस्था के बेलगाम होने का सूचक नहीं है।
6-जमशेदपुर में पिछले एक वर्ष से ट्रैफिक डीएसपी एवं अन्य प्रशासनिक पद खाली पड़े हैं। प्रदेश में काबिल अफसरों की कमी है अथवा क्या यह सरकार की प्रशासनिक विफलता नहीं है।
7- प्रदेश में अनियमित राशन आपूर्ति क्या गरीबों के साथ अन्याय नहीं है।
8-क्या झारखंड में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा नहीं गयी है।
9-आफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में क्या आपको नैतिकता के आधार पर इस्तीफा नहीं देना चहिये।
10-क्या कृषि आशीर्वाद योजना को बंद करने से झारखंड के किसानों को आर्थिक नुकसान नहीं हुआ।
11-सरकार की तमाम घोषणाओं के बावजूद क्या विगत 4 वर्षों में झारखंड में एक भी बड़ा उद्योग अथवा शिक्षण संस्थान खुला है क्या। अगर नहीं तो क्या यह सरकार की विफलता नहीं है।
अनिल मोदी ने कहा कि जनता इन ज्वलंत सवालों का जबाब जानना चाहती है।उन्होंने कहा दरअसल जिन आशाओं के साथ झारखंड की भोली भाली जनता नें आपको सत्ता सौपी थी वे सभी निर्मूल साबित हो रहीं है।इन लगभग 4 वर्षों में सरकार नें महज झूठी घोषणाएं की है एवं झारखंड की भोली भाली जनता को झूठे सब्जबाग दिखाए है।अबुआ राज के नाम पर सत्ता में आई हेमंत सरकार नें पिछले लगभग 4 वर्षों में झारखंड को विकास के पायदान पर 40 वर्ष पीछे कर दिया है।झारखंड की जनता अब इस प्रपंच को समझ चुकी है।ओर आने वाले चुनावों में इनको सबक सिखाने का मन बना चुकी है।