न्यूज़ बी रिपोर्टर, जमशेदपुर : साकची में सीजीपीसी के कार्यालय में गुरमुख सिंह मुखे ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि सीजीपीसी का प्रधान लोकतांत्रिक तरीके से चुना जाएगा।
उन्होंने कहा कि भगवान सिंह चाहते हैं कि उन्हें बिना चुनाव के ही प्रधान बना दिया जाए। कुछ जगहों से हस्ताक्षर करवाकर दस्तावेज लाएं और वह प्रधान बन जाएं। उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं होगा। गुरमुख सिंह मुखे ने कहा कि जब वह जेल से बाहर आए थे।
तो जेल के अंदर ही शैलेंद्र सिंह और भगवान सिंह ने उनको माला पहनाई थी। तब वह माला क्यों पहनाई थी। गुरमुख सिंह मुखे ने कहा कि अगर भगवान सिंह प्रधान बनना चाहते थे तो उनसे बोलते कि उन्होंने उनके बुरे वक्त में साथ दिया है। अब वह उनको भाग प्रधान बनाएं। गुरमुख सिंह मुखे ने कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से ही प्रधान चुना जाएगा। गुरमुख सिंह मुखे ने कहा उन्होंने जब भगवान सिंह को यह जवाब दिया कि लोकतांत्रिक तरीके से पर्चा भरें। और चुनाव लड़ें तो वह विरोध में उतर आए हैं। उन्होंने कहा कि रविवार को सीजीपीसी की जो बैठक हुई थी उसमें प्रधानों को बुलाया गया था। लेकिन उसमें कुछ बाहरी लोग आ गए थे। गुरमुख सिंह मुखे ने कहा कि यह उनकी गलती थी और भूल थी जिसका खामियाजा भुगतना पड़ा। उन्हें बाहरी लोगों को मीटिंग में नहीं बैठने देना चाहिए था। लेकिन, उन्होंने सोचा कि समाज के ही लोग हैं। इसलिए बैठने दिया और फिर उन्हीं लोगों ने बवाल कर दिया और सीजीपीसी की बदनामी की। मुखे ने कहा कि यह लोग ट्रक ड्राइवर और खलासी को लेकर आए थे। उन्होंने कहा कि पत्नी की हत्या के मामले में जो सजायाफ्ता मनोज खत्री था उसको लेकर यह लोग आ गए। मुखे ने कहा कि जल्द ही एक बैठक होगी। इस बैठक में सिर्फ सीजीपीसी के पदाधिकारी प्रधान और महासचिव रहेंगे। इस बैठक में तय किया जाएगा कि चुनाव कैसे हो। उन्होंने संयोजक से कहा कि बैठक बुलाकर चुनाव की तारीख तय करें। नामांकन की तारीख तय करें। मुखे ने कहा कि 21 अगस्त 2021 को ही उनका कार्यकाल समाप्त हो चुका है। कोरोना के चलते चुनाव नहीं हो सका। प्रशासन ने अनुमति नहीं दी। 20 अक्टूबर को पटना साहब में बैठक होगी। इसके बाद प्रधान और महासचिव के साथ बैठक कर चुनाव का खाका तैयार होगा।