जमशेदपुर : प्रेम मोहब्बत का संदेश देने के लिए हाड़तोपा गांव से निकाली गई ढाई आखर प्रेम की पदयात्रा पांचवें दिन गोविंदपुर पहुंची। यहां स्टेशन पर पदयात्रा में शामिल लोगों का स्वागत किया गया। पद यात्रियों गांधी शांति प्रतिष्ठान के सुख चंद्र झा, कामरेड केदार दास के पौत्र अशोक लाल दास, प्रगतिशील लेखक संघ के विनय कुमार, रामजीवन कामद, जमशेदपुर के ह्यूमन वेलफेयर ट्रस्ट के सेक्रेटरी मुख्तार आलम खान, आजाद नगर थाना पीस कमेटी के शाहिद परवेज, आफताब आलम, मोहम्मद एजाज अंसारी आदि का नागरिकों ने फूल माला से स्वागत किया। मुख्तार आलम खान ने बताया कि यह पदयात्रा हाड़तोपा गांव से शुरू होकर नाचते गाते और देश के शहीद पुरखों को याद करते हाड़तोपा प्राइमरी स्कूल पहुंची। हाड़तोपा स्कूल में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हुआ। बच्चों ने नाटक के मंचन से लोगों को एकता और आपस में भाईचारा के साथ रहने का संदेश दिया। कार्यक्रम का संयोजन उर्मिला हांसदा और रामचंद्र मार्डी ने किया। पदयात्रा जब चाईबासा पहुंची तो इसमें और लोग जुड़ गए। इस तरह कारवां बनता गया। चार किलोमीटर चलने के बाद पदयात्रा डोमजुड़ी पहुंची। डोमजुड़ी में फिल्मकार मोहम्मद ने परगना हरिपदो मुर्मू को प्रेम और श्रम का प्रतीक भेंट कर सम्मानित किया। परगना हरिपदो मुर्मू ने कहा कि प्रेम और भाईचारा पद यात्रा के यात्रियों को ढेर सारा आशीर्वाद। उर्मिला और रामचंद्र मार्डी नेसंथाली गीत प्रस्तुत किए। फूलों से सजेंगे और फलों का आनंद लेंगे हम। दुख की घड़ी में एक दूसरे का सहारा बनेंगे हम। परवेज़ आलम ने हो भाषा में गीत पेश किया। यहां कार्यक्रम का संचालन उर्मिला ने किया। इसके बाद डोमजुड़ी से पदयात्रा निकलकर गोविंदपुर पहुंची थी।