कंपनी प्रबंधन ने कारखाना निरीक्षक को भी नहीं दी जानकारी, ट्रेंनिंग डिविजन बंद होने से बढ़ रहे हादसे
जमशेदपुर : टाटा मोटर्स के एक्सेल डिवीजन (एचवीएल) के क्राउन व्हील डिपार्टमेंट में काम करने के दौरान एक बाई सिक्स कर्मी का एक्सीडेंट हुआ है। जिस बाई सिक्स कर्मी का एक्सीडेंट हुआ है, उसका नाम मिथिलेश कुमार है। बाई सिक्स कर्मी की उंगलिया कट गई हैं। अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। यह दुर्घटना शुक्रवार की रात नाइट शिफ्ट के दौरान हुई है। प्रबंधन पर आरोप है कि उसने इस दुर्घटना को दबाने की कोशिश की है। दुर्घटना की जानकारी कारखाना निरीक्षक को नहीं दी गई। टेल्को वर्कर्स यूनियन के उपाध्यक्ष आकाश दुबे और सदस्य हर्षवर्धन का कहना है कि नियमानुसार टाटा मोटर्स प्रबंधन को दुर्घटना की जानकारी 48 घंटे के अंदर कारखाना निरीक्षक को देनी होती है। टेल्को वर्कर्स यूनियन के इन नेताओं का कहना है कि उन्होंने कारखाना निरीक्षक से बात की है। कारखाना निरीक्षक को अभी घटना की जानकारी नहीं दी गई है। टेल्को वर्कर्स यूनियन के उपाध्यक्ष आकाश दुबे और सदस्य हर्षवर्धन ने बताया कि बाई सिक्स कर्मी मिथिलेश कुमार प्लांट थ्री डिवीजन में कार्यरत था। उसे एक्सेल डिवीजन के एचवीएएल के क्राउन व्हील डिपार्टमेंट में भेजा गया था। वह अप्रशिक्षित था। अप्रशिक्षित होने के बावजूद उसे सीएनसी मशीन चलाने में लगाया गया, जहां दुर्घटना हुई। उनका कहना है कि सीएनसी मशीन चलाने में प्रशिक्षित मजदूर को लगाया जाता है। बाई सिक्स कर्मी अस्थाई कर्मी है। यहां अस्थाई मजदूर को काम पर नहीं लगाना चाहिए। लेकिन प्रबंधन ने लापरवाही बरती है, जिसके नतीजे में यह हादसा हुआ।
प्रबंधन ने बंद कर दिया है ट्रेनिंग डिवीजन
टाटा मोटर्स प्रबंधन ने ट्रेनिंग डिवीजन को ही बंद कर दिया है। पहले कंपनी में ट्रेंनिंग डिवीजन हुआ करता था। अप्रेंटिस की भर्ती होती थी और उन्हें ट्रेनिंग दी जाती थी। इसके बाद काम पर लगाया जाता था। कंपनी में जितनी भी बड़ी मशीनें हैं, इन सब को चलाने की ट्रेनिंग होती थी। लेकिन टाटा मोटर्स के ट्रेंनिंग डिवीजन बंद करने से काफी परेशानी हो रही है। टेल्को वर्कर्स यूनियन के उपाध्यक्ष आकाश दुबे और हर्षवर्धन का कहना है की ट्रेनिंग डिवीजन बंद होने से टाटा मोटर्स में हादसे बढ़ रहे हैं। उनका कहना है कि मजदूरों की सुरक्षा के लिए ट्रेंनिंग डिविजन को दोबारा चालू किया जाना चाहिए।