कैबिनेट से लेनी होगी स्वीकृति, केंद्रीय राजमार्ग एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से दिल्ली में मिले सांसद
जमशेदपुर: पारडीह से बालिगुमा के बीच प्रस्तावित डबल डेकर एलिवेटेड कॉरिडोर की लागत बढ़ गई है। ऐसा निर्माण कार्य जल्द शुरू नहीं होने की वजह से हुआ है। अब इसकी लागत बढ़कर 2200 करोड रुपए पहुंच गई है। पुनरीक्षित लागत के साथ डबल डेकर एलिवेटेड कॉरिडोर को कैबिनेट की स्वीकृति की जरूरत है। इसीलिए इसका निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है। गुरुवार को सांसद विद्युत वरण महतो दिल्ली में केंद्रीय राजमार्ग एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मिले। इस मुलाकात में सांसद ने नितिन गडकरी से डबल डेकर एलिवेटेड कॉरिडोर का जल्द निर्माण शुरू करने की बात कही।
शुरू हो सकता है सिंगल डेकर एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण
इस पर केंद्रीय परिवहन मंत्री ने सांसद को बताया की कैबिनेट की मंजूरी के बाद ही यह काम शुरू हो सकता है। अगर यह काम अभी शुरू करना है तो फिर सिंगल डेकर एलिवेटेड कॉरिडोर का काम शुरू कराया जा सकता है। इस पर सांसद ने उन्हें बताया कि यहां तत्काल फ्लाई ओवर की जरूरत है। इसलिए सिंगल डेकर एलिवेटेड कॉरिडोर शुरू कर दिया जाए।
एनएच 33 पर दो जगह बनाए जाएंगे अंडर पास
सांसद विद्युत वरण महतो ने फूलडूंगरी और बहरागोड़ा के कालिया डिंगा चौक के पास अंडर पास की भी मांग की। केंद्रीय मंत्री ने संसद से कहा कि वह दोनों जगह अंडरपास बनवा देंगे। धालभूमगढ़ के पास भी एक बाईपास सड़क बनाने की स्वीकृति केंद्रीय मंत्री ने दी है।