जमशेदपुर: टाटानगर रेल पुलिस ने बच्चा चोरी के एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में टाटानगर रेल पुलिस ने 5 महिला और एक पुरुष को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार महिलाओं में सविता हेंब्रम, रानी कंडियन, मंजू साव, मीना देवी और अंजू साव शामिल हैं। एक पुरुष रंजीत साव को भी गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी की जानकारी रेल एसपी कार्यालय में रेल एसपी ऋषभ झा ने मंगलवार को दी।
सविता हेंब्रम की गिरफ्तारी से हुआ खुलासा
उन्होंने बताया कि टाटानगर रेलवे स्टेशन से 19 दिसंबर को 8 माह की एक बच्ची चोरी कर ली गई थी। यह बच्ची गम्हरिया में सविता हेंब्रम नामक एक महिला के पास से मिली थी। सविता हेंब्रम ने उस दिन बताया था कि एक अनजान महिला उसे यह बच्ची देकर भाग गई है। लेकिन, बाद में जांच में पता चला कि सविता हेंब्रम झूठ बोल रही है। जिस महिला से उसने यह बच्ची ली थी। वह उसे पहले से जानती थी। दोनों के बीच मोबाइल पर कई बार बात हुई थी। सविता हेंब्रम को पकड़ कर उससे कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने कई महिलाओं के नाम बताए। इसके बाद पांच महिलाओं और एक पुरुष की गिरफ्तारी की गई है। रेल एसपी ने बताया कि यह बच्चा चोरों का एक बड़ा गिरोह है, जो पूरे झारखंड में सक्रिय है। उनकी पूरी चेन है। यह लोग बच्चा चोरी कर एक महिला से, दूसरी महिला, दूसरे महिला से तीसरी महिला को लगातार देते रहते हैं। ताकि पुलिस को चकमा दिया जा सके।
ओडिशा और पश्चिम बंगाल से जुड़े हैं तार
बच्चों के खरीदार काफी बड़े लोग हैं। इन तक पहुंचाने के लिए पुलिस इन आरोपियों को जल्द ही रिमांड पर लेगी। रेल एसपी ने आशंका जाहिर की कि इस गिरोह के तार पश्चिम बंगाल और ओडिशा के लोगों से भी जुड़े हो सकते हैं। जो इनसे बच्चा खरीदते हैं। यह गिरोह ऐसे लोगों को निशाना बनाते थे जो गरीब हैं और कामकाज करने के बाद फुटपाथ पर सोया करते हैं।
रिमांड पर लेकर की जाएगी पूछताछ
रेल एसपी ने बताया कि बागबेड़ा और बर्मामाइंस में भी इन लोगों ने बच्चा चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया है। रेल पुलिस जिला पुलिस से बच्चा चोरी की ऐसी घटनाओं की जानकारी प्राप्त कर रही है, जिनका अभी खुलासा नहीं हुआ। रेल एसपी ने बताया कि साल 2022 में टाटानगर रेलवे स्टेशन से भी एक बच्चा चोरी हुआ था, इसका खुलासा भी नहीं हुआ है। सभी आरोपियों को रिमांड पर लेकर इनसे पूछताछ की जाएगी।