Jamshedpur : टाटा मोटर्स (Tata Motors) में टेल्को वर्कर्स यूनियन और टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के बीच विवाद गहराता जा रहा है। टेल्को वर्कर्स यूनियन ने शुक्रवार को झारखंड के ट्रेड यूनियन के रजिस्ट्रार को पत्र लिखा है और कहा है कि टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन वैध यूनियन नहीं है। टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन की वैधता को लेकर हाई कोर्ट में केस चल रहा है। यह केस पेंडिंग है।
टीएमएल ड्राइव लाइंस लिमिटेड की यूनियन थी टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनयन
इसके अलावा टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन पहले टीएमएल ड्राइव लाइंस लिमिटेड की यूनियन थी। नियमों का उल्लंघन करते हुए इसका नाम बदला गया है। पत्र में कहा गया है कि यह यूनियन टीएमएल ड्राइव लाइन के कर्मचारियों के लिए बनी थी अब इसमें टाटा मोटर्स (Tata Motors) के कर्मचारियों को जोड़ा जा रहा है। यह ट्रेड यूनियन एक्ट का उल्लंघन है। यह मामला भी हाई कोर्ट में पेंडिंग है। साथ ही हाईकोर्ट ने जो आदेश दिए हैं।
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Tata Motors के प्लांट हेड को भी भेजा गया पत्र
टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन की तरफ से इसका भी उल्लंघन हो रहा है। इसलिए टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन ने जितने भी प्रस्ताव पास किए हैं इन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए। पत्र लिखने वालों में टाटा मोटर्स टेल्को वर्कर्स यूनियन के जनरल सेक्रेटरी प्रकाश कुमार, वाइस प्रेसिडेंट आकाश दुबे और सदस्य हर्षवर्धन हैं। टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन द्वारा प्रस्ताव पास किए जाने से कोर्ट के आदेश की अवमानना हो रही है।