जमशेदपुर: टाटा मोटर्स प्लांट में इन दिनों कर्मचारी भयंकर दबाव का शिकार हैं। लगभग 3600 कर्मचारी दबाव झेल रहे हैं। टाटा मोटर्स प्रबंधन पर आरोप है कि वह कर्मचारियों को जबरन वीआरएस लेने का दबाव बना रहा है। दबाव बनाने के लिए विभागीय ट्रांसफर को हथियार बनाया गया है। कर्मचारियों को कथित तौर पर धमकी दी जा रही है कि वह वीआरएस लें अन्यथा उनका विभागीय ट्रांसफर कर दिया जाएगा। इसके तहत कर्मचारियों को एक विभाग से दूसरे विभाग ट्रांसफर किया जा रहा है। इससे कर्मचारी परेशान हो गए हैं। टेल्को वर्कर्स यूनियन के नेताओं ने कर्मचारियों की इस परेशानी को गंभीरता से लिया है। टेल्को वर्कर्स यूनियन के वाइस प्रेसिडेंट आकाश दुबे और सदस्य हर्षवर्धन ने गुरुवार को मामले की शिकायत डेप्युटी लेबर कमिश्नर से की है। मांग की गई है कि डिप्टी लेबर कमिश्नर इस वीआरएस स्कीम को तत्काल बंद करने का अंतरिम आदेश पारित करें। डेप्युटी लेबर कमिश्नर को बताया गया है कि वीआरएस का दबाव बनाने से कर्मचारी परेशान हैं। प्लांट में औद्योगिक अशांति उत्पन्न होने का खतरा मंडरा रहा है। इसलिए डीएलसी इस मामले में त्रिपक्षीय वार्ता कराएं और मामले की जांच कर जरूरी कार्रवाई करें। ताकि, श्रमिकों को किसी भी तरह की परेशानी से बचाया जा सके।
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