रांची: आरपीएफ रांची मंडल के सुरक्षा आयुक्त पवन कुमार के निर्देश पर ऑपरेशन नार्कोस के तहत आरपीएफ रेलवे स्टेशन और ट्रेनों में विशेष सतर्कता बरत रही है। आरपीएफ हटिया के उपनिरीक्षक सूरज राजवंशी अपने अन्य स्टाफ के साथ चेकिंग पर थे। इसी दौरान प्लेटफॉर्म संख्य 3 पर दो व्यक्तियों को भारी बैग के साथ संदेहास्पद अवस्था में बैठा पाया गया। पूछने पर उन दोनों ने अपना नाम विनोद राम और दूसरा दशरथ गुप्ता बताया। दोनों बिहार के पश्चिम चंपारण के रुपही टांड के रहने वाले हैं। दोनों आरोपियों ने कुबूल किया कि उनके पास बैग में लिपटा हुआ मारिजुआना (गांजा) है। सूचना मिलने पर सहायक सुरक्षा आयुक्त अशोक कुमार सिंह मौके पर पहुंचे। दोनों आरोपियों की तलाशी ली गई और उनके बैग की जांच की गई। इसके दौरान मिले पैकेटों का डीडी किट से परीक्षण किया गया, जो पॉजिटिव पाया गया। इस मारिजुआना के पैकेटों का वजन 19.4 किग्रा है। इसका अनुमानित मूल्य 19,40,000 ( उन्नीस लाख चालीस हजार रुपये) है। चूंकि अवैध गांजा को एक राज्य से दूसरे राज्य में ले जाना और लाभ के लिए अवैध रूप से इसकी बिक्री या तस्करी करना एनडीपीएस अधिनियम के तहत अपराध है। बरामद सामग्री को उपनिरीक्षक सूरज राजवंशी द्वारा जब्त कर लिया गया। पूछे जाने पर उन लोगों ने बताया कि वे इसे ओडिशा के संबलपुर से लेकर हटिया पहुंचे। यह गांजा बिहार में बेचा जाना था। हिरासत में लिए गए दोनों आरोपियों को जब्त गांजे के साथ जीआरपी हटिया को सौंप दिया गया है। जीआरपी ने दोनों बदमाशों को जेल भेज दिया है।