डींग हांकने वाले नेता अधिकारी भी नहीं पहुंचे आवास गिरने के बाद हाल जानने
आवासविहीन लोगों के रहने के लिए बनाए गए रैन बसेरा में अधिकारी और नेताओं का हुआ कब्जा
इमरान हैदर रिजवी, कौशांबी: गरीबों को आवास देने की योजना जिले में धराशाई होती दिख रही है। आवास योजना में जमकर धांधली और विभागीय रहमों करम पर अपात्र लोग आवासीय योजना का लाभ उठा रहे हैं। गरीब, कमजोर, आवास विहीन जरूरतमंद लोगों को पीएम आवास नहीं मिल पाता है। जिले से लेकर शासन तक आवास दिलाने की गुहार लगाने के बाद भी जरूरतमंद और पात्र आवास पाने से वंचित रह जाते हैं। सरकार और उनके नुमाइंदे आवास वितरण का कितना भी ढिंढोरा पीट लें लेकिन आवास योजना से पात्र वंचित रह गए हैं। इसी तरह का एक मामला सिराथू तहसील क्षेत्र के कल्यानपुर में देखने को मिला है। जहां गरीब को तमाम प्रयास के बाद भी आवास नहीं मिल सका है। दशहरा के समय अधिक बारिश के चलते गरीब का खंडहरनुमा कच्चा घर झोपड़ी गिर गई है। इससे अब उसके सामने रहने की दिक्कत आ गई है। खुले आसमान के नीचे परिवार जिंदगी के गुजर रहे हैं। गरीबों को रहने के लिए सरकार ने करोड़ों खर्च कर रेनबसेरा बनाया है। लेकिन रैन बसेरा भी अधिकारियों और नेताओं के कब्जे तक सीमित रह गया है। गरीबों को रैन बसेरा में रहने की व्यवस्था नहीं हो पाती है
यह कोई पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी तमाम कच्चे घर और झोपड़ी बरसात में गिर चुकी हैं। गांव क्षेत्र में तमाम लोग अभी भी कच्चे घर और झोपड़ियों में जीवन गुजारने को विवश हैं। तहसील सिराथू के कल्यानपुर में टार्जन पुत्र शीतल पासी का कच्चा मकान भारी बारिश में बीती रात गिर गया है। रहने के लिए उस गरीब के पास कोई छत नहीं बची है। दूसरे के घर में रहने को वह मजबूर है। लेकिन कितने दिन तक दूसरे के घर में वह रह पाएगा। कुछ दिन बाद दूसरा भी उसे डांट कर भगा देगा। तब मजबूर होकर वह खुले आसमान के नीचे जिंदगी गुजारेगा। इस गरीब की तरफ ध्यान देना तो दूर कोई पूछने वाला नहीं है। कोई जिम्मेदार अधिकारी और प्रतिनिधि उस तक नही पहुंचे हैं।