जमशेदपुर : स्वास्थ्य विभाग डुमरिया और गुड़ाबांदा इलाके में मास फीवर सर्वे कराएगा। यह मास फीवर सर्वे मलेरिया बीमारी खत्म करने के लिए कराया जा रहा है। ग्रामीण इलाकों में मच्छर का प्रकोप अधिक होने से मलेरिया के ज्यादा मरीज होते हैं। मास फीवर सर्वे कराए जाने का फैसला डीसी मंजूनाथ भजन्त्री ने स्वास्थ्य विभाग के साथ शुक्रवार को हुई समीक्षा बैठक में किया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण इलाकों में मच्छरदानी को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जाए। लोगों को बताया जाए कि वह मच्छरदानी का उपयोग करें। डीसी ने तंबाकू कंट्रोल प्रोग्राम की भी समीक्षा की और इसके लिए बनी अफसरों की टीम को निर्देश दिया कि वह तंबाकू पदार्थ की बिक्री करने वाले दुकानदारों के खिलाफ अभियान चलाएं। टीवी उन्मूलन पर भी चर्चा की गई और लोगों के बीच इस बात की जागरूकता फैलाने के निर्देश दिए गए कि अगर दो सप्ताह या उससे ज्यादा समय से सूखी खांसी आ रही है तो लोग सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में अपनी जांच कराएं। सिविल सर्जन को झोलाछाप डॉक्टरों पर निगरानी रखने और लोगों के बीच इस बात को लेकर जागरूकता फैलाने के निर्देश दिए गए कि लोग अस्पतालों में इलाज कराएं। झाड़ फूंक के चक्कर में न फंसे। बैठक में डीडीसी मनीष कुमार, सिविल सर्जन डॉक्टर जुझार मांझी, एसीएमओ डॉक्टर जागेश्वर प्रसाद, जिला मलेरिया अधिकारी डॉ ए मित्रा आदि मौजूद रहे।