रांची: रांची में दारूल कज़ा इमारत शरीया के काज़ी शरीअत मुफती मोहम्मद अनवर क़ासमी ने कहा है कि शनिवार को रांची में शाबानुल मोअज़्ज़म महीने का चांद नजर नहीं आया। झारखंड सहित देश के किसी भी क्षेत्र से चांद नजर आने की कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई। इसलिए रजब उल मुरज्जब महीने को तीस दिन का मानते हुए 12 फरवरी दिन सोमवार को शाबानुल मोअज़्ज़म महीने की पहली तारीख है। 25 फरवरी रविवार का दिन गुजर कर आने वाली रात शाबानुल मोअज़्ज़म की पन्द्रहवीं रात यानी शबे बराअत है। यही फैसला मरकजी दारुल कजा इमारत शारीया फुलवारी शरीफ पटना का है।