न्यूज़ बी रिपोर्टर, दिल्ली : चुनाव आयोग मतदान में रिमोट वोटिंग मशीन का प्रयोग शुरू करने जा रहा है। इसे लेकर राष्ट्रीय दलों के बीच सहमति बनाने की कवायद शुरू हो गई है। आज सोमवार को चुनाव आयोग ने सभी राष्ट्रीय दलों के अध्यक्ष और महासचिव की एक बैठक दिल्ली में बुलाई है। इस मीटिंग में रिमोट वोटिंग मशीन पर मंथन होगा। रिमोट वोटिंग मशीन का इस्तेमाल हो या नहीं हो। इस पर राष्ट्रीय दल अपने विचार व्यक्त करेंगे। चुनाव आयोग राष्ट्रीय दल के अध्यक्ष और महासचिव को रिमोट वोटिंग मशीन की कार्यप्रणाली और उसके मतदान में फायदे गिनाएगा।
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चुनाव आयोग का कहना है कि रिमोट वोटिंग मशीन से प्रवासी मतदाताओं को सुविधा होगी। मीटिंग में चुनाव आयोग रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से जुड़े प्रोटोटाइप का प्रदर्शन करेगा।
चुनाव आयोग का कहना है कि प्रोटोटाइप मल्टी कांस्टीट्यूएंसी रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से प्रवासी मतदाता आसानी से मतदान कर सकेंगे। इससे दूरस्थ मतदान केंद्रों पर मतदान हो सकेगा। चुनाव आयोग का कहना है कि घरेलू प्रवासियों के मतदान करने में असमर्थता से मतदान प्रतिशत काफी कम रहता है। प्रोटोटाइप मल्टी कांस्टीट्यूएंसी रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के जरिए दूर मौजूद लोग भी मतदान कर सकेंगे और इससे मतदान प्रतिशत भी बढ़ेगा। जो मतदाता दूसरे जिलों में रह रहे हैं। उन्हें मतदान करने के लिए अपने घर जाने की जरूरत नहीं होगी। वह जहां है वहीं से मतदान कर सकेंगे। इस मशीन के जरिए एक ही जगह से 72 चुनाव क्षेत्रों के मतदान को संपन्न कराया जा सकता है। चुनाव के प्रति शहरी क्षेत्रों में दिलचस्पी की कमी को भी खत्म करने में यह मशीन कारगर साबित होगी। जानकारों का मानना है कि अगर यह मशीन मुंबई और दिल्ली में लगा दी जाएगी तो वहां मौजूद लोग वहीं से अपने निर्वाचन क्षेत्र के लिए रिमोट ईवीएम का प्रयोग कर मतदान कर सकेंगे।