जमशेदपुर : टाटानगर रेल सिविल डिफेंस ने शनिवार को टाटानगर लोको पायलट प्रशिक्षण केंद्र में फरिश्ता कार्यक्रम के तहत एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला में लोको पायलट को अग्निशामक यंत्र का उपयोग करने और दुर्घटना में पीड़ितों की मदद करने के टिप्स दिए गए। यह कार्यशाला आपदा के राहत कार्य प्रबंधन के साथ ही केंद्र सरकार के परिवहन विभाग के सड़क सुरक्षा अभियान के तहत आयोजित की गई। टाटानगर रेल सिविल डिफेंस के इंस्पेक्टर संतोष कुमार ने ट्रेनी लोको पायलट को सड़क दुर्घटना या अन्य आपदा में पीड़ितों की मदद कैसे की जानी चाहिए इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वह फरिश्ता बनकर अपने दायित्व का निर्वाह करें और दुर्घटना में घायल की मदद करें। इसके लिए, सुप्रीम कोर्ट ने मदद करने वाले को डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत अधिकार दिए हैं। लेकिन, इस एक्ट को नहीं जानने के कारण लोग समय रहते गोल्डन समय में दुर्घटना पीड़ित की मदद करने से हिचकते हैं और उनका सहयोग नहीं करते। इसकी वजह से अक्सर घायल की मृत्यु हो जाती है। इसलिए, सभी को एक जिम्मेदार नागरिक बन फरिश्ता के तौर पर राहत आपदा प्रबंधन का काम करना चाहिए और दुर्घटना में होने वाली मौत के आंकड़े कम करने चाहिए। इसके अलावा, ट्रेनी लोको पायलटो को यह भी बताया गया कि अगर लोको इंजन में आग लग जाए तो इस आपातकालीन स्थिति का सामना कैसे करना है। किस तरह अग्निशामक यंत्र का प्रयोग कर इंजन की आग बुझानी है। इसी तरह, घरेलू सिलेंडर में आग लगने पर इसे बुझाने के तरीके भी बताए गए।
आपदा के दौरान अगर कोई व्यक्ति बेहोश हो जाता है तो उसे सीपीआर देने का तरीका सिविल डिफेंस जवान टीएन पांडे ने बताया। अग्निशामक यंत्र का प्रयोग करने का तरीका अनिल कुमार ने बताया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में ईएलटीसी के प्रिंसिपल के अलावा सिविल डिफेंस के इंस्पेक्टर संतोष कुमार पांडेय, अनिल कुमार, मुख्य अनुदेशक पीके सेनापति और अन्य अनुदेशक व ट्रेनी सीनियर व जूनियर लोको पायलट मौजूद रहे।