पलामू: झारखंड के पलामू जिले के पांकी में एक महिला अमृता देवी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति अजय राम को मौत के घाट उतार दिया। अमृता देवी और उसके प्रेमी रंजीत ने मिलकर अजय राम की गर्दन काट डाली। इसके बाद अमृता देवी खुद ही थाने पहुंची और पति की हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई। बाद में पुलिस ने तहकीकात की तो पत्नी अमृता देवी ही अजय राम हत्यारी निकली। रविवार को पुलिस ने अमृता देवी को गिरफ्तार कर लिया है। उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। अमृता देवी को जेल भेज दिया गया है। जानें कि अमृता देवी ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया।
24 जुलाई की रात हुआ कत्ल
अजय राम की हत्या 24 जुलाई को की गई थी। अमृता देवी के आवेदन पर पांकी थाना प्रभारी पूनम टोप्पो ने घटना की रिपोर्ट दर्ज की। उन्होंने मामले की तहकीकात शुरू की तो पता चला कि अजय राम की हत्या उसकी पत्नी ने ही अपने प्रेमी रंजीत के साथ मिलकर की है। उसके बाद अमृता देवी को गिरफ्तार किया गया। उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि 2 साल पहले उसका रंजीत नामक युवक से प्रेम प्रसंग हो गया था।
मेला में आता था हत्यारोपी रंजीत
रंजीत सिंह बिहार के पटना जिले का रहने वाला है। वह पांकी में लाल मैदान में मेला लगने आता था। लाल मैदान से अमृता देवी का घर बिल्कुल करीब है। इस कारण पानी लेने के बहाने रंजीत अमृता देवी के घर आना-जाना करने लगा। तभी दोनों के बीच प्यार हो गया। बताते हैं कि अमृता देवी के पति अजय राम को इसकी भनक लग गई, तो अपनी पत्नी के साथ मारपीट करने लगा। उसे प्रताड़ित करने लगा।
अमृता देवी को प्रताड़ित करने लगा अजय राम
अमृता देवी और उसके प्रेमी को यह बात बुरी लगने लगी। अमृता देवी ने बताया कि उसने अपने बच्चों को लेकर रंजीत के साथ भाग जाने की योजना बनाई। लेकिन, इसी बीच उसे पता चला कि अजय राम कोई जमीन बेचने वाला है। इससे उसे मोटी रकम मिलेगी। उसने यह बात रंजीत को बताई। लेकिन, इसी बीच प्लान बनाया कि जब अजय राम जमीन बेच लेगा तो जो रकम मिलेगी उसे लेकर वह लोग भाग जाएंगे।
अजय राम को लग गई थी पत्नी के प्लान की भनक
लेकिन, इसी बीच अजय राम को भनक लग गई कि जमीन बेचने पर जो मोटी रकम मिलेगी उसे लेकर उसकी पत्नी अमृता देवी अपने प्रेमी रंजीत के साथ फरार हो सकती है। इसलिए वह जमीन बेचने में आनाकानी करने लगा। पत्नी को प्रेमी के साथ देख आगबबूला हो गया अजय राम
इसी बीच रंजीत ने अपनी पत्नी अमृता देवी को रंजीत के साथ घर में देख लिया। इसके बाद उसने अमृता देवी की जमकर पिटाई की। इसकी जानकारी मिलने के बाद रंजीत और अमृता देवी ने मिलकर अजय राम की हत्या का प्लान बना लिया और 24 जुलाई की रात रंजीत सिंह लाल मैदान के पीछे की तरफ से दरवाजे से अजय राम के घर घुस गया। उस वक्त अजय राम सोया हुआ था। रंजीत ने अजय राम पर चाकू से वार करना शुरू कर दिया। अजय राम बचाव के लिए हाथ पैर मरने लगा। अजय राम ने रंजीत सिंह की उंगली को अपने दांत में दबा लिया। इसे अमृता देवी ने खींचकर निकाला। तब अजय राम ने अमृता देवी के हाथ की उंगली को दबा लिया। फिर अमृता देवी ने ही अपने पति के लगातार हल्ला गुल्ला करने पर तकिए से मुंह दबा दिया और रंजीत ने अजय राम पर चाकू से कई वार किया। इससे अजय राम की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
रंजीत सिंह की तलाश में छापामारी
इसके बाद अमृता देवी थाने पहुंची और उसने घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई। पांकी थाना प्रभारी पूनम टोप्पो ने बताया कि अमृता देवी की शादी 16 वर्ष पहले अजय राम से हुई थी। उसके चार बच्चे हैं। हत्यारोपी प्रेमी रणजीत सिंह की उम्र 25 वर्ष बताई जा रही है। पुलिस हत्यारोपी रंजीत सिंह की तलाश में छापामारी कर रही है।