न्यूज़ बी: इजरायली टैंक ने रफा में संयुक्त राष्ट्र संघ के एक वाहन पर गोला दाग कर एक पूर्व भारतीय सैन्य अधिकारी वैभव अनिल काले की हत्या की थी। इस हमले में वैभव अनिल काले की मौत हो गई थी। जबकि वाहन पर सवार अन्य संयुक्त राष्ट्र संघ के अधिकारी घायल हुए थे। इस घटना की जांच कराई गई है। जांच में पता चला है कि इसराइल ने जानबूझकर संयुक्त राष्ट्र संघ के वाहन को निशाना बनाया था। जबकि, संयुक्त राष्ट्र संघ के अधिकारियों ने इसराइल को पहले ही सूचना दी थी कि उसके वाहन पर कुछ अधिकारी रफा जा रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र संघ के वाहन की लोकेशन और रूट चार्ट भी इसराइली सेना को अवगत करा दिया गया था। इसके बावजूद इजरायली सेना ने जानबूझकर हत्या की इस घटना को अंजाम दिया है। वैभव अनिल काले पुणे के रहने वाले थे और वह रिटायर होने के बाद संयुक्त राष्ट्र संघ के मिशन में काम कर रहे थे। वैभव अनिल काले संयुक्त राष्ट्र संघ के पहले अधिकारी हैं जिनकी इसराइल गजा युद्ध में हत्या की गई है। इस हत्या से संयुक्त राष्ट्र संघ के उन कर्मचारियों की संख्या 191 पहुंच गई है, जो इसराइल गाजा युद्ध में अब तक मारे गए हैं। संयुक्त राष्ट्र संघ की जांच में पता चला है कि संयुक्त राष्ट्र संघ का वाहन रफा में यूरोपियन हॉस्पिटल की तरफ जा रहा था। तभी उसे जानबूझकर निशाना बनाया गया। इसराइल गजा युद्ध में इसराइल युद्ध के नियमों को तोड़कर पत्रकारों, संयुक्त राष्ट्र संघ के अधिकारियों, कर्मचारियों और अन्य आवश्यक कार्य में लगे कर्मियों की हत्या करने में जुटा हुआ है। इसी के चलते उसे अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में युद्ध अपराधी घोषित किया गया है।