जमशेदपुर: बागबेड़ा में 2 मई को मोनू सिंह पर फायरिंग के मामले में पुलिस ने छह और बदमाशों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। इन बदमाशों को कोलकाता से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार किए गए बदमाशों में मानगो के शंकोसाई रोड नंबर 5 निवासी डेविड टोप्पो, साकची के गौशाला सांगा रोड निवासी मोहम्मद चांद, बृजेश कुमार पांडे, मानगो के होली डी थाना क्षेत्र के डिमना बस्ती में जयशिव अपार्टमेंट निवासी अभिमन्यु सिंह उर्फ़ सिंटू सिंह, बागबेड़ा कॉलोनी निवासी नीरज दुबे और उलीडीह के डिमना रोड लक्ष्मण नगर निवासी सुनील रजक शामिल हैं। सुनील रजक को जमशेदपुर से गिरफ्तार किया गया है। बाकी अन्य अपराधी कोलकाता के बागयोटी थाना क्षेत्र के कोलुपुकुर स्थित लोकनाथ अपार्टमेंट में एक फ्लैट से गिरफ्तार किए गए हैं। यह फ्लैट नीरज दुबे ने किराए पर ले रखा था। इस मामले में कन्हैया सिंह पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। बुधवार को गिरफ्तार किए गए अपराधी मानगो के न्यू सुभाष कॉलोनी में गुड्डू पांडे और चिंटू सिंह के बीच हुई फायरिंग के मामले में भी आरोपी हैं।
कन्हैया व नीरज ने तैयार किया था फायरिंग का प्लान
एसएसपी किशोर कौशल ने साकची स्थित ऑफिस में बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि फायरिंग की घटना को कन्हैया सिंह और नीरज दुबे ने प्लान किया था। जमीन के मामले में कन्हैया सिंह सिंह और मोनू सिंह में अदावत थी। रेलवे की पार्किंग को लेकर नीरज सिंह और मोनू सिंह के बीच विवाद था। पुलिस ने इस घटना में इस्तेमाल की गई बाइक और स्कूटी के अलावा सात मोबाइल फोन, एक रिपीटर गन, चार पिस्तौल, एक कट्टा और 102 कारतूस भी बरामद किया है. घटना में प्रयुक्त बाइक और स्कूटी चोरी की थी। बाइक पोटका से चोरी की गई है। हालांकि, जिसकी बाइक चोरी हुई है उसने इसकी प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई थी। इसलिए पुलिस उसकी भूमिका की भी जांच कर रही है।
डीएसपी भोला प्रसाद के नेतृत्व में गठित हुई थी एसआईटी
एसएसपी ने बताया कि इस मामले का खुलासा करने और अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने एसआईटी गठित की थी। एसआईटी का नेतृत्व डीएसपी भोला प्रसाद कर रहे थे। उन्होंने ही छापामारी कर सभी की गिरफ्तारी की है। एसएसपी ने बताया कि इस मामले में सिंटू सिंह पर चार मामले, डेविड टोप्पो पर तीन मामले और मोहम्मद चांद पर पहले से दो मामले चल रहे हैं। सुनील रजक हत्या की घटना में शामिल रहा है। नीरज दुबे पर भी दो मामले हैं। मोहम्मद चांद साकची और बर्मामाइंस में फायरिंग के मामले में फरार चल रहा था।
फायरिंग की घटना में आया बिहार कनेक्शन
फायरिंग की घटना में बिहार कनेक्शन सामने आया है। एसएसपी ने बताया कि जिस गैंग ने मानगो के उलीडीह और बागबेड़ा में फायरिंग की घटना को अंजाम दिया था, उन्होंने बिहार से हथियार मंगाए थे। पुलिस को दो लोगों के नाम पता चले हैं, जो बिहार से लाकर हथियार सप्लाई करते हैं। पुलिस उसकी तलाश में जुट गई है।
स्कूटी पर था चांद, बाइक पर थे डेविड व सुनील
2 मई को बागबेड़ा में मोनू सिंह पर फायरिंग के मामले में पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि घटनास्थल पर मौजूद मोहम्मद चांद स्कूटी से आया था। गोली वही चला रहा था। अन्य बदमाश डेविड टोप्पो व सुनील रजक एक ही बाइक पर सवार थे।
बृजेश पांडे ने किया हथियारों का इंतजाम
बागबेड़ा व उलीडीह फायरिंग की घटना में अपराधी बृजेश पांडे ने बदमाशों के ठहरने और हथियार का इंतजाम किया था। बदमाश घटना को अंजाम देने के बाद कोलकाता फरार हो गए थे। बृजेश पांडे एक शातिर अपराधी है। उसको एक मामले में आजीवन कारावास हुआ है। वह बेल पर बाहर है।