Home > Crime > थाने पर मारपीट के बाद आदित्यपुर के शेर-ए-पंजाब इलाके में पति- पत्नी ने घर में लगाई फांसी, एमजीएम में हुआ हंगामा, घर में प्रताड़ित होने से परेशान थे दंपति + वीडियो

थाने पर मारपीट के बाद आदित्यपुर के शेर-ए-पंजाब इलाके में पति- पत्नी ने घर में लगाई फांसी, एमजीएम में हुआ हंगामा, घर में प्रताड़ित होने से परेशान थे दंपति + वीडियो

न्यूज़ बी रिपोर्टर, जमशेदपुर : आदित्यपुर के शेर-ए-पंजाब इलाके में रहने वाले 36 वर्षीय मुकेश अग्रवाल और उनकी पत्नी 35 वर्षीय रीना अग्रवाल ने शनिवार को दोपहर बाद तकरीबन डेढ़ बजे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मुकेश अग्रवाल अपनी पत्नी मीना अग्रवाल को लेकर आदित्यपुर थाने में अपने भाई नीरू और माता पिता की शिकायत करने गए थे। बताते हैं कि थाने में मुकेश अग्रवाल और मीना अग्रवाल को पुलिस ने पीटा और इनकी बेइज्जती की। इसके बाद मुकेश अग्रवाल और मीना अग्रवाल घर पहुंची। मीना अग्रवाल ने अपने मायके फोन कर बताया कि थाने में पुलिस ने उनके साथ मारपीट की है और गाली गलौज की है। इसलिए अब वह जिंदा नहीं रहना चाहती। इसके बाद जब मीना अग्रवाल के परिजन घर पहुंचे। तब तक मुकेश और मीना ने फांसी लगा ली थी। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची। मुकेश अग्रवाल और मीना अग्रवाल को फांसी के फंदे से उतारकर एमजीएम अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डाक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। मीना अग्रवाल की बहन रीना ने बताया कि मीना अग्रवाल की शादी 4 साल पहले मुकेश अग्रवाल से हुई थी। शादी के बाद से ही ससुराल के लोग दहेज मांगने लगे थे। नीरू मुकेश का भाई है। नीरू उसकी पत्नी और नीरू के माता पिता मुकेश और वीणा को टॉर्चर कर रहे थे। यह लोग कह रहे थे कि मुकेश अपना मकान बेचकर पैसा अपने माता पिता को दें। इसे लेकर इनके बीच काफी दिनों से तनाव था। आदित्यपुर थाने में कई बार मीना अग्रवाल ने मामले की शिकायत की थी।

मृतक के परिजन

लेकिन उसे इंसाफ नहीं मिला था। बताते हैं कि शनिवार को भी झगड़ा हुआ था और नीरू ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर मुकेश और मीना से मारपीट की थी। इसी के बाद यह दोनों थाने गए थे। आरोप है कि नीरू ने आदित्यपुर थाने को भी सेट कर लिया था। इसीलिए पुलिस मुकेश और मीना की नहीं सुन रही थी। इसी के चलते दोनों ने फांसी लगाकर अपनी जिंदगी खत्म कर ली। मीना अग्रवाल ने बताया कि उसकी बहन के साथ आए दिन मारपीट होती थी। मुकेश अग्रवाल के साथ भी मारपीट करते थे। अक्सर गुंडा बदमाश बुलाकर मारपीट कराते थे और दबाव डालते थे कि घर बेचकर पैसा माता-पिता को दे दे। मृत घोषित किए जाने के बाद मीना अग्रवाल के परिजन एमजीएम थाने पहुंचे। यहां जमकर हंगामा हुआ। परिजनों का कहना था कि पुलिस की लापरवाही से उनकी बहन और जीजा की जान गई है। अगर पुलिस कार्रवाई कर देती तो ऐसा नहीं होता। बाद में किसी तरह मामला शांत कराया गया। पुलिस ने इस मामले में आरोपियों पर कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। आदित्यपुर थाना पुलिस का कहना है कि वह मामले की जांच कर रही है। मामले में जांच कर कार्रवाई होगी।

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