बैज अलंकृत छात्र एवं छात्राओं ने ग्रहण की पद एवं गोपनीयता की शपथ
इमरान हैदर रिजवी, कौशांबी : भरवारी स्थित एनडी कॉन्वेंट स्कूल एंड कॉलेज में आज बैज अलंकरण समारोह संपन्न हुआ। इसमें संस्थान के छात्र एवं छात्राओं ने हिस्सा लिया। संस्थान में यह दिवस एक त्यौहार की तरह मनाया गया। क्योंकि संस्थान की अनुशासन समिति का गठन होना था। हेड ब्वॉय क्लास ट्वेल्थ के अली मोहम्मद को एवं हेड गर्ल क्लास ट्वेल्थ की काजल शुक्ला को अलंकृत किया गया। रेड हाउस कैप्टन के तौर पर क्लास ट्वेल्थ की ज्योति कुमारी को एवं रेड हाउस वाइस कैप्टन इंद्रजीत, ब्लू हाउस कैप्टन हिमांशी क्लास ट्वेल्थ, ब्लू हाउस वाइस कैप्टन शांभवी, येलो हाउस कैप्टन शालिनी, यलो हाउस वाइस कैप्टन अमित कुमार वहीं, ग्रीन हाउस कैप्टन प्रियांशी क्लास 11th तथा ग्रीनहाउस वाइस कैप्टन रिमझिम को प्रदान किया गया। संस्थान के लिए आज का दिन बहुत सुखद पूर्ण था।बच्चों के अंदर गजब का उत्साह देखने को मिल रहा था। संस्थान के चेयरमैन पूर्व विधायक चायल संजय कुमार गुप्ता ने पद अलंकरण के इस महान अवसर पर संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी संस्थान समाज एवं देश का विकास अनुशासन पर निर्भर होता है। बिना अनुशासन के कभी भी स्वस्थ समाज की कल्पना नहीं की जा सकती और स्वस्थ समाज तभी साकार रूप में आ सकता है जब हर व्यक्ति के अंदर अनुशासन रूपी जिम्मेदारी का भाव हो। उन्होंने बच्चों के सुखद भविष्य की कामना करते हुए कहा कि बच्चों का कठिन परिश्रम कभी बेकार नहीं होता। हमेशा कठिन परिश्रम और अनुशासन सफलता की ऊंचाइयों तक इंसान को ले जाता है। अलंकृत छात्र एवं छात्राओं ने भी पद एवं गोपनीयता की शपथ ली और विद्यालय में अनुशासन को व्यवस्थित रखने का संकल्प लिया। विद्यालय के सर्वांगीण विकास में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने का सभी ने वादा किया। बोर्ड के विद्यार्थियों ने अपने शपथ में कठिन परिश्रम को प्राथमिकता दी और कहा कि कठिन परिश्रम करके बोर्ड परीक्षा में टॉप रैंक ला कर विद्यालय का नाम ऊंचा करेंगे। वहीं, संस्थान के प्रधानाचार्य दीपक कुमार मिश्रा ने अपने संबोधन में कहा कि कठिन परिश्रम वह सेतु होता है जो विद्यार्थियों को सफलता की ऊंची श्रेणी तक ले जा सकता है। संस्थान के इस कार्यक्रम में वाइस प्रिंसिपल गायत्री चावला, आरपी चतुर्वेदी, नीरज शर्मा, मयंक जयसवाल, बद्री विशाल शुक्ला, अमित तिवारी, प्रीति श्रीवास्तव, श्वेता मोदनवाल, उर्वशी गुप्ता एवं मोहम्मद नूर आलम आदि शिक्षक एवं शिक्षिकाएं उपस्थित थीं।