न्यूज़ बी रिपोर्टर, जमशेदपुर : झारखंड बीस सूत्रीय कमेटी के उपाध्यक्ष मोहन कर्मकार ने बिष्टुपुर के सर्किट हाउस में प्रेस कांफ्रेंस कर पूर्व सीएम व भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी पर निशाना साधा है। उन्होंने शुक्रवार को जमशेदपुर में बाबूलाल मरांडी के सीएम हेमंत सोरेने पर 1000 करोड़ रुपए का खनन घाेटाले का आरोप लगाने वाले बयान पर नाराजगी जताई और कहा कि अगर झारखंड में खनन घाेटाला हुआ है तो इसकी जांच जरूर होनी चाहिए।
झामुमो इस जांच से घबराने वाली नहीं है। झामुमो नेता मोहन कर्मकार ने कहा कि यह जांच 15 नवंबर साल 2000 से हो जबसे झारखंड राज्य बना है। तब बाबूलाल मरांडी ही सीएम थे। उनकी सरकार में भी खनन घोटाले की जांच ईडी करे।
मोहन कर्मकार ने कहा कि बाबूलाल मरांडी कई साल से सत्ता से दूर हैं। वह मनसिक दिवालिएपन का शिकार हो चुके हैं। इसलिए इस तरह की भाषा बोल रहे हैं। सीएम हेमंत सोरेने झारखंड आंदोलनकारी शिबू सोरेन के बेटे हैं। उन्हें राजनीति सिखाने की जरूरत नहीं है।
वह घबराने वाले नहीं हैं। झामुमो नेता मोहन कर्मकार ने कहा कि बाबूलाल ने बयान दिया है कि सीएम हेमंत सोरेन घबरा गए हैं। उनकी विधायकी जाने वाली है। इसलिए लगातार निर्णय करते जा रहे हैं। मोहन कर्मकार ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और यूपीए के विधायक राज्यपाल से मिले थे और बंद निर्वाचन आयोग से आए बंद लिफाफे पर जल्द फैसला सुनाने को कहा था। राज्यपाल ने हफ्ता भर में निर्णय देने की बात कही थी। मगर, अब तक यह फैसला नहीं आया है। मोहन कर्मकार ने कहा कि झारखंड में अब भाजपा मुद्दाविहीन हो गई है।