जमशेदपुर: ट्रांसपोर्टर हत्याकांड ( Transporter Murder Case) के दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, उनके नाम रौनक सिंह और निखिल सिंह है। पुलिस का दावा है कि रौनक सिंह घटना को अंजाम देने के बाद दिल्ली भाग गया था। पुलिस उसे दिल्ली से पकड़ कर लाई है। दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
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Transporter Murder Case में 7 अभी भी फरार
हालांकि पुलिस घटना के मास्टरमाइंड रोहित दीक्षित को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। रोहित दीक्षित पूर्व भाजपा नेता डब्बू दीक्षित का बेटा है। रोहित दीक्षित अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। इस मामले में मृतक संतोष सिंह के भाई जितेंद्र सिंह के आवेदन पर पुलिस ने रोहित दीक्षित, प्रेम दीक्षित, डोली दीक्षित और गीता दीक्षित के अलावा विमल गोप उर्फ टकला, शुभम कुमार और घनश्याम सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। कुल 9 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। रोहित दीक्षित समेत सात आरोपी अभी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।
डब्बू की हत्या का बदला लेने के लिए हुई थी संतोष की हत्या
गौरतलब है कि मानगो थाना क्षेत्र के मुंशी मोहल्ला गुरुद्वारा रोड पर 19 जनवरी को ट्रांसपोर्टर संतोष सिंह की हत्या कर दी गई थी। संतोष सिंह पूर्व कांग्रेस नेता जितेंद्र सिंह का भाई है। जितेंद्र सिंह ने पिछले साल लोकसभा और विधानसभा का चुनाव भी लड़ा था। संतोष सिंह की हत्या तब की गई थी जब वह अपनी भतीजी की शादी का कार्ड बांटने निकले थे। बताते हैं कि डब्बू दीक्षित की हत्या साल 2014 में हुई थी। इसी हत्या का बदला लेने के लिए संतोष सिंह की हत्या करने की बात कही जा रही है।