इमरान हैदर रिजवी, कौशांबी : बेटी के साथ दुष्कर्म करने वाले आरोपी की हाईकोर्ट में जमानत ना हो सके। इसके लिए पीड़िता के पिता ने खुद के अपहरण होने की अफवाह फैला दी। उसके परिजनों ने कौशांबी जिले के चरवा थाने में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करा दी। दुष्कर्म के पीड़िता के पिता के अपहरण की सूचना मिलते ही कौशांबी पुलिस के पैरों तले जमीन खिसक गई। एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने दुष्कर्म पीड़िता के पिता की बरामदगी के लिए चरवा और कड़ा धाम थाना पुलिस के अलावा एसओजी की टीम को भी लगा दिया।
एसओजी की टीम ने पीड़िता के पिता का मोबाइल सर्विलांस पर लगाया और जानकारी जुटाई। पता चला कि अपहृत का लोकेशन लखनऊ बता रहा है। लोकेशन का पीछा करते हुए कौशांबी पुलिस की टीमें लखनऊ पहुंची और लखनऊ से पीड़िता के पिता को बरामद कर लिया। पीड़िता के पिता को बरामद करने के बाद पुलिस की टीम कौशांबी पहुंची और उसके बाद एसएसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि पीड़िता के पिता को लखनऊ के चारबाग स्टेशन के पास से सकुशल बरामद किया गया है। पुलिस ने पीड़िता के पिता से पूछताछ की तो उसने बताया कि हाईकोर्ट में उसकी बेटी के दुष्कर्म के आरोपी की जमानत के लिए सुनवाई थी। वकील ने पीड़िता के पिता को भी बुलाया था। लेकिन तभी उसे एक व्यक्ति ने सलाह दी कि अगर वह अपहरण का मुकदमा लिखवा देगा तो दुष्कर्म के आरोपी की जमानत नहीं होगी। इसी बहकावे में वह आ गया और उसने खुद के अपहरण की झूठी अफवाह फैलाई। पीड़िता के पिता ने एसपी को बताया कि वह खुद ही बस में बैठकर लखनऊ चला गया था। जहां से पुलिस ने उसे बरामद किया। गौरतलब है कि चरवा थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली 13 वर्षीय किशोरी से पड़ोसी युवक ने दुष्कर्म किया था। पुलिस ने आरोपी को 10 अगस्त को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। रेप पीड़ित किशोरी ने 15 दिसंबर को जिला अस्पताल में एक बच्चे को जन्म दिया है। जिला अस्पताल में ही नवजात बच्चे का इलाज चल रहा है। जबकि, बच्चे की मां को अस्पताल से छुट्टी देकर घर भेज दिया गया है।