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कैग रिपोर्ट पर प्रधानमंत्री कार्रवाई करें वरना देशव्यापी आंदोलन, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने सर्किट हाउस में दी चेतावनी

जमशेदपुर : जमशेदपुर परिसदन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को सम्बोधित करते हुए सूबे के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने शुक्रवार को कहा कि संसद के मानसून सत्र में पेश नियंत्रक और महालेखा परीक्षा (CAG) की रिपोर्ट में मोदी सरकार में हुए घपले-घोटालों का खुलासा हुआ है। लाखों करोड़ों रुपये की अनियमितता उजागर हुई है। उन्होंने देश के प्रधानमंत्री से मांग की है कि घोटालों एवं अनियमितता में शामिल मंत्रालयों के खिलाफ मामला दर्ज कर करवाई करें।अन्यथा, कांग्रेस पार्टी देश भर में जन आंदोलन करेगी।
मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि द्वारका एक्सप्रेस-वे सड़क निर्माण की लागत 18 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर कैबिनेट से मंजूर थी। इसे बढ़ाकर 250 करोड़ रूपया प्रति किमी कर दिया गया। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार की बहुप्रचारित आयुष्मान भारत हेल्थ स्कीम ने तो घपलों की सारी हदें पार कर दी हैं। 7.5 लाख लाभुकों का एक ही मोबाईल नम्बर 9999999999 पर निबंधन पाया गया है। ऐसे ही अन्य कई फर्जी नम्बर जैसे 8888888888 पर भी हजारों लाभुक निबंधित पाए गए हैं। इसका कैग की ऑडिट रिपोर्ट में खुलासा है। आयुष्मान भारत हेल्थ योजना में मृत व्यक्तियों के नाम पर आयुष्मान स्कीम में इलाज दिखाकर राशि की निकासी कर ली गई। ऐसे 88670 मृत व्यक्ति थे, जिनके नामों का इस्तेमाल कर फर्जीवाड़ा को अंजाम दिया गया।
टोल प्लाजा पर भी हुई अवैध वसूली
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि सिर्फ 5 टोल प्लाजा की रैंडम ऑडिट पर कैग ने पाया कि सड़क का उपयोग करने वाली जनता से 132 करोड़ रुपये से ज्यादा की वसूली कर ली गई है। टोल प्लाजा के नियमों का उल्लंघन कर एनएचएआई (NHAI) ने इस घपले को अंजाम दिया। स्वदेशी दर्शन योजना में 14 परियोजनाएं थीं। इसमें 8 प्रोजेक्ट में 22 माह से 47 माह तक का विलम्ब हुआ। 6 परियोजनाएं अभी भी बाकी हैं। कैग की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2014-15 से साल 2018-19 की अवधि में 76 प्रोजेक्ट के लिए 5.45,569 करोड़ रूपये का प्रावधान था। ये प्रोजेक्टस योजना आयोग और वित्त मंत्रालय की आपत्ति के बावजूद शुरू कर दिए गए। पर्यटन मंत्रालय ने कैबिनेट की मंजूरी के बगैर ही फंड मंजूर कर दिया। जबकि 1000 करोड़ रुपए से अधिक के प्रोजेक्ट के लिए कैबिनेट की स्वीकृति लेना जरूरी होता है। इस योजना में 15 पर्यटन सर्किटों की पहचान की गई थी, जिसके विकास के लिए 76 प्रोजेक्ट मंजूर किए गए।
कोयला खदानों में भी हुआ घपला
बन्ना गुप्ता ने कहा कि कोयला खदानों की नीलामी में भी अनियमितता बरती गई है। कोयला खदानों की नीलामी प्रक्रिया की ऑडिट करने पर कैग ने पाया कि इसमें सरकारी राजस्व की लूट और बंदरबाट हुई है। कोयला खदानों की नीलामी में प्रतिस्पर्धा (Competition) होना चाहिए था। वह नहीं हुआ। ऐसा कारपोरेट्स और उनकी सहायक कम्पनियों के घालमेल से किया गया है। नीलामी की गई खदानों के मूल्यांकन (मूल्य असेसमेंट) में त्रुटियां और विसंगतियां थीं। इस कारण सरकार को 159 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ ।
भारतमाला की परियोजनाओं में भी गड़बड़ी
मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया कि भारतमाला की परियोजनाओं की निविदा प्रक्रिया में कैग ने त्रुटियां पाई हैं। इस परियोजना में निर्माण लागत 15.37 करोड़ रुपया प्रति किमी थी। इसे बढ़ाकर 32 करोड़ रुपये प्रति किमी कर दिया गया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिला अध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे, मनोज झा, संजय तिवारी समेत दर्जनों कांग्रेस के नेता एवं कार्यकर्ता मौजूद थे।

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