जमशेदपुर : साकची में बुधवार की रात पैगंबर ए अकरम हजरत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही वसल्लम के नवासे इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम का चेहल्लुम मनाया गया। इस मौके पर साकची में हुसैनी मिशन की तरफ से मातमी जुलूस निकला। यह मातमी जुलूस साकची में ग्रेजुएट कॉलेज के पास से निकलकर साकची गोल चक्कर तक पहुंचा। जुलूस में शामिल लोग नौहा खानी और मातम कर रहे थे। राशिद, इनाम अब्बास, आश्कार हुसैन नकवी, खुर्शीद महदी आदि ने नौहा पढ़ा। इसके पहले हुई मजलिस को मौलाना जकी हैदर ने खिताब किया। मजलिस में उन्होंने बताया की इमाम हुसैन और उनके साथियों की शहादत के बाद यजीद ने पैगंबर ए अकरम हजरत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही वसल्लम के घर की महिलाओं को कैद कर लिया था और सीरिया ले जाकर दमिश्क की जेल में बंद कर दिया था। जब धीरे-धीरे लोगों को इस बात की खबर हुई तो लोग यजीद के खिलाफ खड़े होने लगे। इसकी भनक लगने पर यजीद ने हुजूर के घर की महिलाओं को कैद से रिहा किया। चौथे इमाम सैयद ए सज्जाद यह काफिला लेकर कर्बला होते हुए मदीना पहुंचे थे। कर्बला में महिलाओं ने शहीदों का मातम किया।
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