न्यूज़ बी रिपोर्टर, जमशेदपुर : साकची में हजरत अली अलैहिस्सलाम की शहादत को लेकर बुधवार की देर रात मजलिस का आयोजन किया गया। इस मजलिस को मौलाना सादिक अली ने पढ़ा। उन्होंने अपनी मजलिस में बताया कि हजरत अली अलैहिस्सलाम ने अपने हुकूमत के दौर में घर-घर जाकर गरीबों को राशन पहुंचाया। जब देर रात हो जाती थी तो हजरत अली राशन के बोरे अपने कंधे पर लेकर अकेले ही लोगों के घरों पर जाते थे। 19 रमजान को मस्जिदे कूफा में सुबह की नमाज में उनके सर पर तलवार से हमला किया गया था। 21 रमजान को उनकी शहादत हुई थी। मजलिस के बाद ताबूत निकले और लोगों की ताबूत की जियारत की। नौहा खानी और सीना जनी भी हुई। नोहा पढ़ा गया- हसन उड़ाते हैं खाक सर पर हुसैन आंसू बहा रहे हैं। मोमिनो हैदर ए कर्रार का मातम कर लो। इस मजलिस में मानगो, टेल्को, टिनप्लेट, सोनारी, कपाली, शास्त्री नगर, रामदास भट्टा, कीताडीह आदि इलाके से लोग पहुंचे थे। गुरुवार की दोपहर मानगो में जाकिर नगर स्थित इमामबारगाह हजरत अबू तालिब में मजलिस का आयोजन किया जाएगा।
इसे भी पढ़ें- हजरत अली की शहादत पर मस्जिद जाफरिया में या अली मौला अली की आवाज गूंजी
In Jamshedpur Jharkhand, jamshedpur, Jamshedpur Jharkhand, JAMSHEDPUR news, Jharkhand, Jharkhand News, Majlis organized for the martyrdom of Hazrat Ali as in Sakchi, News Bee news, people visited the coffin of Hazrat Ali as, एमजीएम में भर्ती, जमशेदपुर न्यूज़, लोगों ने की ताबूत की जियारत, साकची में हजरत अली की शहादत को लेकर आयोजित की गई मजलिस