जमशेदपुर : इसराइल ने रविवार की सुबह 39 और फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया है। इसमें 33 महिलाएं और 6 बच्चे शामिल हैं। यह सभी फिलिस्तीनी कैदियों को लेकर जब बस वेस्ट बैंक के पूर्वी अल कुद्स शहर पहुंची तो फिलिस्तीनी खुशी से झूम उठे। फिलिस्तीनियों ने जमकर जश्न मनाया।
महिलाएं और बच्चे अपने परिजनों से मिले। कई साल बाद अपने लोगों को देखकर सभी की आंखों में खुशी के आंसू थे। इसके पहले हमास ने 13 इसराइली बंधकों को रिहा किया। इसके साथ ही चार थाईलैंड के नागरिकों को भी रिहा किया गया।
गौरतलब है कि थाइलैंड के नागरिकों की रिहाई ईरान के कहने पर की गई है। थाईलैंड के विदेश मंत्री ने ईरान के विदेश मंत्री से अपने नागरिकों को रिहा करने का अनुरोध किया था। ईरान के कहने पर हमास थाईलैंड के सभी नागरिकों को रिहा करने पर राजी हुआ और थाईलैंड के नागरिकों की रिहाई संभव हो पाई है। इसके पहले शनिवार की देर रात हमास ने इसराइल पर युद्ध विराम की शर्तों का उल्लंघन का आरोप लगाते हुए इसराइली कैदियों की रिहाई को टाल दिया था। यह सूचना पहुंचते ही इसराइल में बंधकों के परिवार के लोगों ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय के सामने प्रदर्शन करना शुरू किया। इसके बाद इसराइल ने अमेरिका से बात की। बाद में इसराइल ने युद्ध विराम की शर्तों का उल्लंघन नहीं करने का वादा किया और इसके बाद हमास ने उसके 13 और बंधकों को छोड़ा। फिलिस्तीन कैदी जब अपनों से मिले तो वह खुशी से झूम उठे। सबसे पहले महिला कैदी इसरा जाबिस अपनी फैमिली से मिली। उसने अपने बेटे मोतसिम को गले से लगाया। इसरा 8 साल इसराइल की कैद में गुजारने के बाद जेल से छुटी हैं। इसराइली कैद से रिहा हुई एक अन्य महिला नूरहान अववाद ने पत्रकारों से कहा कि वह गजा के शहीदों के लिए गमजदा हैं। उन्होंने फिलिस्तीन की आजादी की दुआ की और कहा कि ईश्वर के फजलो करम से एक दिन फिलिस्तीन आजाद होगा। फिलिस्तीन की एक अन्य महिला शोरूक दव्वा इसराइली कैद से रिहा होने के बाद अल कुद्स स्थित अपने शहर पहुंची और अपने परिवार के सदस्यों से लिपट गईं।
फिलिस्तीनी महिला फातिमा भी रिहा की गई हैं।फातिमा को इसराइली सेना के जवान ने बुरी तरह पीट कर जेल में डाला था। इसका वीडियो भी वायरल हुआ था। रिहा होने वाली महिलाओं ने बताया कि इसराइल की जेलों में उनके साथ जो बदसलूकी की जा रही है, वह सार्वजनिक तौर पर नहीं बताई जा सकती।