यमन के हौसी आदिवासियों के खिलाफ अमेरिका तैयार कर रहा है नौसेना गठबंधन
न्यूज़ बी: यमन के हौसी आदिवासियों को काबू करने के लिए अमेरिका ने ऑपरेशन प्रोस्पेरिटी गार्जियन शुरू करने का ऐलान किया है। इसके लिए अमेरिका नौसेना का गठबंधन तैयार करने में जुटा हुआ है। अमेरिका ने ऐलान किया था कि नीदरलैंड, नॉर्वे और डेनमार्क भी उसके नौसेना गठबंधन में शामिल हैं। ऑस्ट्रेलिया को भी शामिल करने की बात कही जा रही थी। लेकिन, ऑस्ट्रेलिया ने नौसेना गठबंधन भेजने से इनकार कर दिया था। ऑस्ट्रेलिया का कहना है कि वह इसकी जगह अपने कुछ नौ सैनिकों को भेजेगा। इसी तरह खबर आई है कि नीदरलैंड, नॉर्वे और डेनमार्क ने भी यमन के खिलाफ अपने नौसैनिक बेड़े को अदन की खाड़ी में भेजने से इनकार कर दिया है। इन देशों का भी कहना है कि वह अपने नौसेना के अधिकारियों को भेजेंगे। अमेरिका का नौसेना गठबंधन अभी तैयार नहीं हो पा रहा है। इसीलिए हौसी आदिवासियों के खिलाफ अमेरिका का ऑपरेशन प्रोस्पेरिटी गार्जियन अभी शुरू नहीं हो पाया है।
अमेरिका ने ईरान से मांगी मदद
ईरान के विदेश मंत्री हुसैन आमिर अब्दुल्लाह्यान का कहना है कि लाल सागर में हौसी आदिवासियों को रोकने के लिए अमेरिका ने ईरान से मदद मांगी है। अमेरिका के अधिकारियों ने विदेश मंत्री से बात की और कहा कि ईरान अपनी भूमिका निभाए और हौसी आदिवासियों को जहाज पर हमला करने से रोके और लाल सागर का रास्ता कारोबार के लिए खुलवाए। ईरान ने जवाब दिया है कि अमेरिका खुद इसराइल गजा युद्ध में एक पार्टी है। वह गजा में युद्ध रुकवाए।
गजा युद्ध रोकने को जिब्राल्टर में भी शुरू हो सकती है कार्रवाई
ईरान की फोर्स आईआरजीसी के कमांडर ने धमकी दी है कि अगर इसराइल गजा में यूं ही नरसंहार करता रहा। तो जिब्राल्टर की जल संधि में भी लाल सागर जैसी कार्रवाई शुरू हो सकती है। वहां से भी जहाज को गुजरने से रोका जा सकता है। आईआरजीसी के कमांडर का दावा है कि अल्जीरिया में कुछ ऐसी ताकतें मौजूद हैं जो ईरान के इशारे पर ऐसा कर सकती हैं। क्योंकि,ओ मोरक्को इस्लामिक देश होने के बावजूद इसराइल का काफी करीबी माना जाता है और मोरक्को अल्जीरिया में छत्तीस का आंकड़ा है।