इमरान हैदर रिजवी, कौशांबी: कौशांबी जिले में यमुना नदी के किनारे के दर्जन भर गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है। यमुना का जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा तो कई और गांव बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं। नदी किनारे के गांव के लोग अपना घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने लगे हैं। यमुना के किनारे पिपरहटा गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है। पिपरा गांव टापू बन गया है। यहां रहने वालों का जिले से संपर्क टूट गया है। चकपिनहा गांव में भी पानी भर गया है। कौशांबी थाना क्षेत्र के कोसम खिराज, बड़का, गढ़वा, हिसामबाद और बेरौंचा गांव में यमुना का पानी पहुंच चुका है। कई घरों में पानी घुस गया है। पिपरी, पश्चिम शरीरा और सराय अकिल थाना क्षेत्र के दर्जनों गांव बाढ़ ग्रस्त हो चुके हैं। यमुना के किनारे रहने वालों के दिलों में बाढ़ का खौफ बैठ गया है। चायल तहसील के नंदा के पुरवा के तिरहार क्षेत्र भी डूबने के कगार पर है। गांव के बाहर पानी पहुंच चुका है और खेत जलमग्न है। हजारों बीघा फसल बर्बाद हो चुकी है। चायल तहसील के ही केवट का पुरवा और नंदा का पुरवा पर भी बाढ़ का खतरा है। केवट का पुरवा जाने वाले संपर्क मार्ग मल्हीपुर और श्यामपुर का संपर्क टूट चुका है और जलस्तर बढ़ने के कारण यहां ग्रामीणों की मदद के लिए नाव की व्यवस्था की गई है। डीएम सुजीत कुमार और एसपी हेमराज मीणा ने अधिकारियों के साथ कुछ दिन पहले बाढ़ ग्रस्त इलाकों का दौरा किया था और अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए थे।