जमशेदपुर: रुपाई डांगा के रहने वाले 28 वर्षीय राम लोहार ने निजी बैंक से ₹40 हजार कर्ज (Bank Loan) लिए थे। बैंक का कर्मचारी बुधवार को आकर चेतावनी दे गया था। गुरुवार को शाम को वह फिर आएगा और हर हाल में किस्त जमा करनी होगी। इसके बाद राम लोहार डिप्रेशन में आ गया और गुरुवार की दोपहर उसने घर में फांसी लगाकर जान दे दी।
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पत्नी पड़ोस में थी तब Bank Loan के टेंशन के चलते लगाई फांसी
घटना की जानकारी पुलिस को मिलने के बाद परिजन शव को एमजीएम अस्पताल ले गए। यहां डॉक्टरों ने राम लोहार को मृत घोषित कर दिया। राम लोहार की पत्नी सोनिया ने बताया कि बैंक के कर्ज की वजह से राम लोहार टेंशन में रहते थे। सोनिया ने बताया कि वह दोपहर में पड़ोस में चली गई थी। बच्चे घर के बाहर खेल रहे थे। लौट कर घर पहुंची तो देखा कि दरवाजा अंदर से बंद है। खटखटाने पर राम लोहार ने दरवाजा नहीं खोला। बाद में पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़ा गया। तो देखा कि अंदर पति की लाश लटक रही है।
शव दोबारा एमजीएम अस्पताल लाई पुलिस

Bank Loan के चलते खत्म कर ली जिंदगी
एमजीएम में जब राम लोहार को मृत घोषित कर दिया गया तो परिजन उसका शव लेकर चले गए थे। पुलिस को सूचना नहीं दी गई थी। बाद में पुलिस को सूचना मिली तो उसने परिजनों से संपर्क किया। शव को घर से वापस एमजीएम अस्पताल लाया गया। यहां दोबारा उसकी जांच हुई और डॉक्टर के मृत घोषित करने के बाद शव को शीत गृह में रख दिया गया। पुलिस शुक्रवार को शव का पोस्टमार्टम कराएगी। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।