न्यूज़ बी रिपोर्टर, जमशेदपुर : साकची के एमजीएम अस्पताल में शनिवार की रात जमकर हंगामा हुआ। आदित्यपुर के ललित दत्ता शुक्रवार को घायल होकर एमजीएम अस्पताल में भर्ती हुए थे। उन्हीं के साथ ही धनंजय नाम का युवक भी भर्ती हुआ था। ललित दत्ता के परिजन शनिवार को उनका हालचाल जानने एमजीएम अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टरों ने बताया कि ललित दत्ता ठीक होकर यहां से जा चुके हैं। परिजनों ने ललित दत्ता की हर जगह तलाश की। लेकिन, वह नहीं मिले। आदित्यपुर थाने में भी इसकी शिकायत की गई। बाद में फिर परिजन एमजीएम अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टर उन्हें कुछ जानकारी नहीं दे रहे थे। इस पर उन्होंने भाजपा नेता विमल बैठा से मामले की शिकायत की। विमल बैठा शनिवार की रात एमजीएम अस्पताल पहुंचे और सीसीटीवी चेक कराया। सीसीटीवी में भी अस्पताल से बाहर जाते ललित दत्ता नहीं दिखे। इसके बाद डॉक्टरों से पूछा गया कि जो युवक ललित दत्ता के साथ घायल अवस्था में भर्ती हुआ था वह कहां है। इस पर डॉक्टरों ने बताया कि उसकी मौत हो चुकी है। इसके बाद परिजनों ने धनंजय के परिजनों को फोन लगाया तो वहां से पता चला कि धनंजय तो ठीक हो कर घर चला आया है। अब परिजनों का माथा ठनका। भाजपा नेता विमल बैठा ने शव गृह को चेक करने की बात कही। डॉक्टरों की मौजूदगी में शव गृह चेक किया गया तो वहां ललित दत्ता की लाश मिली।
एमजीएम अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही के चलते परिजन दिन भर परेशान रहे। बाद में पता चला कि डाक्टरों ने गलती से ललित दत्ता को स्वस्थ दिखाकर डिस्चार्ज कर दिया। जबकि, उनकी मौत हो गई थी और उनकी लाश शव गृह में रख दी गई थी। वहीं धनंजय ठीक हो कर घर जा चुका था। जबकि, एमजीएम अस्पताल के कागजों में धनंजय को मृत दिखाकर उसका शव शव गृह में रखने की बात बताई जा रही थी।
भाजपा नेता विमल बैठा का कहना है कि एमजीएम अस्पताल की लापरवाही से लोग परेशान हो रहे हैं। उन्होंने इस मामले की जांच की मांग की है।
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