न्यूज़ बी: अमेरिका ने मध्य पूर्व के एक देश के ज़रिए ईरानी अधिकारियों को एक संदेश भेजा कि वह इसराइल को ईरान के किसी इलाके में हवाई हमला करने की अनुमति दे दे। इसराइली विमान चुपचाप ईरान के उस क्षेत्र में मिसाइल दाग कर चले जाएंगे और इसराइल का भी सम्मान बच जाएगा। लेकिन, ईरान ने कहा कि ऐसा बिल्कुल नहीं होने दिया जाएगा। ईरानी अधिकारियों ने कहा कि ईरान अपने देश की सुरक्षा करने में सक्षम है। ईरानी अधिकारियों का कहना है कि ईरान वह ऐसा मुल्क नहीं है, जिसको बेवकूफ बनाकर वहां की आवाम की भावनाओं से खेला जाए। ईरानी अधिकारियों ने कहा कि उनके साथ सिर्फ ईरानी जनता की भावनाएं नहीं बल्कि पूरे मध्य पूर्व व दुनिया के सभी शरीफ जनता की भावनाएं जुड़ी हुई हैं और वह इन भावनाओं के साथ धोखा नहीं कर सकते। ईरानी अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर इसराइल ने इस बार ज़रा भी गलती की तो बदला लेने में कई दिन नहीं लगाए जाएंगे। फौरन सेकंडों में बदला लिया जाएगा। पिछले हमले से 10 गुना करारा जवाब दिया जाएगा। गौरतलब है कि ईरानी हमले के बाद इसराइल में डर का माहौल है। विदेशी मुल्कों से इसराइल में बसने के लिए जो लोग आए थे। वह वापस अपने-अपने देश जा रहे हैं। हवाई अड्डों पर भीड़ है। बताते हैं कि ईरान ने सीरिया में अपने दूतावास पर हुए हमले के बाद अधिकारियों की मौत का बदला लेने के लिए इसराइल पर ताबड़तोड़ मिसाइलें दागी थीं। ईरान ने इसराइल के नवातिम एयरबेस और रैमन एयर बेस को तबाह कर दिया है। रैमन एयर बेस से ही इसराइली विमान सीरिया में ईरानी दूतावास पर हमले के लिए उड़े थे। बाद में इसराइलियों ने रैमन एयर बेस से अपने एफ 35 विमान को हटाकर नवातिम एयर बेस में छुपा कर रखा था। ईरान ने इन दोनों एयर बेस को निशाना बनाया। ईरान ने यह जवाबी हमला ईरान के सुप्रीम लीडर सैय्यद अली खामनाई के आदेश पर किया है। ईरानी अधिकारियों का कहना है कि अगर इसराइल ने हमला किया तो सुप्रीम लीडर का आदेश है कि फौरन जवाब दिया जाए। पूरा ईरान हाई अलर्ट पर है। ईरान के डिफेंस मिनिस्टर का कहना है कि अगर इस बार इसराइल ने गलती की तो उसको बड़ी सजा भुगतनी पड़ेगी। अरब मीडिया ने इसराइल पर ईरानी हमले की प्रशंसा की है। अरब मीडिया के ज्यादातर अखबारों में कहा गया है कि ईरान का यह हमला अभूतपूर्व और ऐतिहासिक था। हालांकि, इसराइल और उसके समर्थक पश्चिमी देशों ने इस हमले को लेकर काफी झूठ बोला कि ईरानी मिसाइल को इसराइली आसमान में नहीं दाखिल होने दिया गया। लेकिन ईरानी सेना द्वारा जारी किए गए वीडियोज ने झूठ की पोल खोल दी। बाद में इसराइलियों ने खुद कुबूल किया कि इस हमले में उनका कुछ नुकसान हुआ है। जबकि, इजरायली सूत्रों के अनुसार इन हमलों से इसराइल में भारी तबाही मची है, जिसको इसराइल छुपाने में जुटा हुआ है।