जमशेदपुर: साकची स्थित राजेंद्र विद्यालय में कक्षा 9 और कक्षा 11 में 100 विद्यार्थी फेल कर दिए गए हैं। इसे लेकर गुरुवार को अभिभावकों ने स्कूल में जमकर हंगामा किया। स्कूल पहुंचे अभिभावकों को प्रिंसिपल से नहीं मिलने दिया जा रहा था। प्रिंसिपल भी अपने कमरे को बंद करके बैठी हुई थीं। हंगामा के बाद प्रिंसिपल बाहर आईं तो अभिभावकों ने उनको जमकर फटकार लगाई और कहा कि प्रिंसिपल झूठ बोल रही हैं। अभिभावकों की मांग है कि उनके विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रमोट किया जाए। जबकि प्रिंसिपल का कहना है कि वह बोर्ड के रूल के अनुसार ही प्रमोशन दे रही हैं। जो बच्चे एक या दो सब्जेक्ट में फेल हैं। उनको प्रमोट नहीं किया जा सकता। प्रिंसिपल का कहना है कि बोर्ड का नियम है कि कक्षा 9 में विद्यार्थी को कम से कम 33 प्रतिशत और कक्षा 11 में 35 प्रतिशत अंक हासिल करने हैं। जिन विद्यार्थियों ने औसत इतने अंक हासिल किए हैं, उन्हीं को प्रमोशन दिया जाता है। ऐसे कई विद्यार्थियों को प्रमोशन दिया गया है। लेकिन, जिन विद्यार्थियों का पूरी तरह से रिजल्ट खराब है जो एक या दो सब्जेक्ट में फेल हैं, उनको बोर्ड ने प्रमोट करने से मना किया है। प्रिंसिपल जयंती सिन्हा ने बताया कि बोर्ड ने स्कूल को बाकायदा एक पत्र भेज प्रमोशन के नियम बताएं हैं। प्रिंसिपल जयंती सिन्हा ने बताया कि जो बच्चे फेल हुए हैं। इनमें से अधिकतर की हाजिरी भी ठीक नहीं है। बोर्ड के नियम के अनुसार कम से कम 75% हाजिरी होनी चाहिए। लेकिन फेल होने वाले बच्चों की 30 प्रतिशत ही हाजिरी है।
ऐसे में पहले ही उनके अभिभावकों को बता दिया गया था कि उनके बच्चे स्कूल नहीं आ रहे हैं। इस पर अभिभावकों कहना था कि उनके बच्चे कोचिंग पढ़ते हैं। अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने की बजाय कोचिंग भेजने को तरजीह देते थे। दूसरी तरफ अभिभावकों का कहना है कि उनके ऊपर लगाए गए सारे आरोप बेबुनियाद हैं। कभी उन्हें नोटिस नहीं दी गई। ना प्रिंसिपल ने बताया कि उनका बच्चा कमजोर है। अभिभावकों का कहना है कि एक दो बच्चा फेल होता तो समझा जा सकता था लेकिन यहां 100 बच्चे फेल हुए हैं.