रांची : झारखंड की सियासत गरमा गई है। ईडी के अधिकारियों के मुख्यमंत्री के दिल्ली स्थित आवास पर पहुंचने के बाद सीएम हेमंत सोरेन को लेकर तरह-तरह की चर्चा का बाजार गर्म है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने काम से दिल्ली गए थे। लेकिन उन्हें गायब बताया जा रहा है। जबकि, झामुमो के नेताओं का कहना है कि वह गायब नहीं है। कांग्रेस की विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास पर एक बैठक होगी। इसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शामिल रहेंगे। इसका मतलब है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मंगलवार तक रांची पहुंच जाएंगे। इस दौरान चर्चा है कि मंगलवार को मुख्यमंत्री की पत्नी कल्पना सोरेन को झारखंड का अगला मुख्यमंत्री घोषित किया जा सकता है। सूत्रों का कहना है कि इसीलिए विधायकों को रांची बुलाया गया है। गोड्डा से भाजपा के सांसद निशिकांत दुबे भी आशंका जाहिर कर रहे हैं। उनका कहना है कि मंगलवार को कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाने का प्रस्ताव विधायकों के सामने पेश किया जाएगा। मंगलवार को क्या होता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी हुई है। हालांकि, झामुमो के एक बड़े नेता ने इसे सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह भाजपा द्वारा फैलाई जा रही अफवाह है। उन्होंने कहा कि कल की मीटिंग में आगे की रणनीति तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर झामुमो कल अपने पत्ते खोलेगी। कल देखना क्या होता है। झामुमो आगे की लड़ाई के लिए तैयार है। गौरतलब है कि ईडी ने मुख्यमंत्री से और पूछताछ के लिए समय मांगा था। ईडी को 31 जनवरी का समय दिया गया है। माना जा रहा है कि ईडी 31 जनवरी को सीएम से पूछताछ करेगी। लेकिन सोमवार को ईडी के अधिकारियों ने जिस तरह उनके आवास पर जाकर मुख्यमंत्री के बारे में जानकारी चाही उससे प्रदेश में राजनीतिक स्थिरता का माहौल पैदा हो गया है। सूत्र बताते हैं कि सभी विधायकों को मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास बुलाया गया है। सोमवार को विधायकों की जो बैठक हुई, उसका झामुमो के वरिष्ठ नेता व परिवहन मंत्री चंपई सोरेन और कांग्रेस के नेता आलमगीर आलम ने नेतृत्व किया। कई विधायक इस बैठक में नहीं पहुंच पाए थे। जमशेदपुर पश्चिम के विधायक स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता भी बैठक खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री आवास पहुंचे थे।