न्यूज़ बी रिपोर्टर, जमशेदपुर : एक्सएलआरआइ में पीजीडीएम (जीएम) की ओर से फायर चैट इंटरव्यू का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में ए.टी रोथ्सचाइल्ड कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के इंडिया हेड चंद्रेश रुपारेल उपस्थित थे। कॉलेज के स्टूडेंट इमरान फारूख व शिवांगी सिन्हा ने उद्घाटन भाषण के साथ ही उनका स्वागत किया।
इस दौरान चंद्रेश रूपारल ने कई गंभीर मुद्दे पर चर्चा की। उन्होंने एक्सलर्स को एक सफल लीडर होने के लिए उनमें क्या-क्या गुर होने चाहिए, इसके बारे में जानकारी दी। चंद्रेश ने जानकारी दी कि 1991 से एनएसइ और सेबी अधिनियम की स्थापना के माध्यम से भारत में आर्थिक सुधार और ऋण बाजार कैसे विकसित हुए हैं।उन्होंने अधिग्रहण कानूनों पर बल दिया। इस दौरान भारत में किसी कंपनी के विलय, अधिग्रहण और सौदा करने के विभिन्न चरणों पर प्रकाश डाला। उन्होंने इनोवेशन के महत्व और विश्व बाजार में भारत की स्थिति पर प्रकाश डाला। शासन, कराधान और ब्याज दरों के संबंध में भी विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने भारतीय और वैश्विक सौदे की प्रक्रिया की जानकारी दी। साथ ही कोविड-19 के दौरान बैंकिंग क्षेत्र में निवेश को लेकर उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी। कहा कि कोविड के बाद बाजार की दृष्टि से लोग अधिक संवेदनशील हो गए हैं। उनकी सोच भी बदल गई है। बचत की क्षमता बढ़ने के साथ ही भविष्य में स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए बीमा करवाने के प्रति जागरूक हो गए हैं। चंद्रेश रूपारेल ने निवेश में रिटर्न के साथ ही डील-मेकिंग के मुख्य घटकों पर चर्चा की। इस दौरान इक्विटी, मनी मल्टीपल और ब्याज दरों पर रिटर्न से जुड़ी बातें भी सभी को बताई गई। उन्होंने वित्त पोषित स्टार्ट-अप के बारे में बात करने हुए दक्षता और लागत को महत्व देते हुए हमेशा दीर्घकालिक दृष्टिकोण रखने की बात कही। उन्होंने बताया कि कैसे रोथ्सचाइल्ड निवेश बैंकरों की ओर से संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। चंद्रेश रूपारेल ने भारत के सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि और अर्थव्यवस्था के उज्ज्वल भविष्य से संबंधित बातें भी बताईं।