इमरान हैदर रिजवी, कौशांबी: यमुना नदी कौशांबी में खतरे के निशान से 3 मीटर ऊपर बह रही है। नदी का पानी इलाके के 30 गांव में घुस गया है। लोग अपना घरबार छोड़ने को मजबूर हो गए हैं। जिला प्रशासन की तरफ से कोई आश्रय स्थल नहीं बनाया गया। न बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए कोई अभियान चलाया जा रहा है।
इससे लोगों में काफी नाराजगी है। जिला प्रशासन की तरफ से बताया गया कि भरतपुर बांध से 4 दिन पहले 25 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इसी वजह से यमुना नदी उफान पर है। यमुना नदी 87.7 मीटर पर बह रही है। यमुना के किनारे के गांवों में भारी तबाही हुई है। कटैया व बाबोसा गांव पूरी तरह डूब गए हैं। यह गांव टापू बन गए हैं। गांव से बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा। इन गांव के लोग घर बार छोड़कर नाव के जरिए ऊंचे स्थानों पर चले गए हैं। बाढ़ पीड़ित इलाकों में जल जनित रोग का भी प्रकोप हो गया है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग की टीम अभी तक गांव में नहीं पहुंची। इससे लोग परेशान हैं।
यमुना नदी किनारे गांव में बाढ़ की स्थिति