न्यूज़ बी रिपोर्टर, कानपुर : उत्तर प्रदेश के फरार सपा विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान सोलंकी ने कानपुर में कमिश्नर कैंप कार्यालय के सामने सरेंडर कर दिया है। इरफान सोलंकी शीशामऊ विधानसभा सीट से विधायक हैं। इस दौरान कानपुर से विधायक हसन रूमी और अमिताभ वाजपेई भी उनके साथ मौजूद थे। पिछले महीने एक भूमि विवाद में एक विधवा महिला को परेशान करने, उसकी झोपड़ी में आग लगा देने और मारपीट करने के आरोप में इरफान सोलंकी व उनके भाई रिजवान सोलंकी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
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पुलिस ने इरफान सोलंकी के घर छापामारी की थी। उसके बाद इरफान सोलंकी फरार हो गया था। इरफान सोलंकी ने बचाव के लिए कई भाजपा नेताओं के सामने गुहार लगाई है। इसमें सांसद सुरेश पचौरी भी शामिल हैं। सुरेश पचौरी ने अचानक इरफान सोलंकी की वकालत शुरू कर दी है। सुरेश पचौरी ने भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं को इरफान सोलंकी के बचाव के लिए पत्र लिखा है। जानकारों का मानना है कि पूरी सांठगांठ करने के बाद ही इरफान सोलंकी ने कोर्ट में सरेंडर किया है।
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राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि सांसद सुरेश पचौरी को ऐसा नहीं करना चाहिए था। विधवा महिला की भी बात सुननी चाहिए थी और अगर वह इरफान सोलंकी को कार्रवाई से बचाना ही चाहते हैं तो दोनों पक्ष में समझौता कराकर विधवा महिला की जमीन उसे दिलवा दें। इरफान सोलंकी को विधवा महिला को परेशान ना करने को कहें।
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