बिष्टुपुर के तुलसी भवन में आयोजित हुआ विचार साधना सत्र, संघ विचारक व राज्यसभा सदस्य राकेश सिन्हा रहे मुख्य अतिथि
न्यूज़ बी रिपोर्टर, जमशेदपुर : बिष्टुपुर के तुलसी भवन में सोमवार को विचार साधना सत्र का आयोजन हुआ। विचार साधना सत्र में मुख्य अतिथि के तौर पर संघ विचारक व राज्यसभा सदस्य राकेश सिन्हा पहुंचे। राकेश सिन्हा ने विचार साधना सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि ज्ञान की कोई धर्म जाति व राष्ट्रीयता नहीं होती। जिस ज्ञान से सार्वभौमिकता आती है। उसे पढ़ाना चाहिए। वह आवश्यक है। जिस ज्ञान से विखंडन होता है। उस ज्ञान से हमें निजात पाना है। विज्ञान में ज्ञान की शुद्धता होती है। सामाजिक विज्ञान में जो यूरोप का दबदबा है उसको समाप्त करना है। उन्होंने कहा कि मुगल काल में औरंगजेब ने अपने भाई की हत्या की। मुगल काल में भारतीय संस्कृति को उल्टा कर दिया गया। मुगल काल में बादशाह ने अपने पिता को बंदी बनाया और उसकी हत्या की। क्या इन घटनाओं से हम गौरवान्वित महसूस करें। इसीलिए मुगल काल को हटाया जा रहा है। भारत का इतिहास सिर्फ मुगल काल का इतिहास नहीं है। भारत का इतिहास 10000 साल का इतिहास है। मुगल काल इसका छोटा सा अध्याय है। उन्होंने कहा कि मुगल काल में महाराणा प्रताप ने जो संघर्ष किया है।
राष्ट्रवाद की जो परिभाषा लिखी है। उसे कोई हटाने की कल्पना नहीं कर सकता। उसे नहीं हटाया जाएगा। इतिहास से मुगल काल की उन प्रवृत्तियों को हटाया जाएगा, जो औरंगजेब जैसे क्रूर शासक का महिमामंडन करती है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी को गोली मारने वाला न केवल अपराधी था। बल्कि पागल था। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी की हत्या को भारत ने न स्वीकार किया है न करेगा। महात्मा गांधी की हत्या पर संघ की शाखाएं 13 दिनों तक शोक मनाती रहीं।
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