जमशेदपुर : विश्व आदिवासी दिवस पर बुधवार को बिष्टुपुर के गोपाल मैदान में आदिवासियों का हुजूम उमड़ पड़ा। हजारों आदिवासियों ने 193 नगरों की गूंज पर गोपाल मैदान से पूरे विश्व को शांति का संदेश दिया। आदिवासी नेताओं ने कहा कि अगर विश्व में शांति लानी है तो आदिवासी विचारधारा पर काम करना होगा और उसे अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि आदिवासी प्रकृति के साथ काफी जुड़ा हुआ है। आदिवासी विचारधारा से ग्लोबल वार्मिंग कम होगी। इस कार्यक्रम में असम की बांसुरी, ओडिशा का मांदर, बंगाल का ढाक और झारखंड का नगाड़ा गुंजा। कार्यक्रम में आदिवासियों की ज्वलंत समस्याओं पर भी चर्चा हुई। यूनिफॉर्म सिविल कोड के विरोध का ऐलान हुआ और सरना धर्म कोड की मांग की गई। साथ ही हो, मुंडारी समेत अन्य भाषाओं को संविधान की आठवीं सूची में शामिल करने की मांग उठाई गई। लोकगीत और नृत्य का समां बंधा।
इसे भी पढ़ें – आजाद नगर थाना क्षेत्र के जवाहर नगर रोड नंबर 9 में एक निजी इंस्टीट्यूट में संदिग्ध हालात में मिला व्यक्ति, जांच में जुटी पुलिस
This is the right blog for anyone who wants to find out about this topic. You realize so much its…
Pingback : बिरसानगर थाना क्षेत्र का टीआरएफ कॉलोनी में सिक्योरिटी गार्ड ने फांसी लगाकर कर ली आत्महत्या – News
Pingback : जिले में 30 अगस्त तक आयोजित होगा चलेगा मेरी माटी मेरा देश अभियान, डीसी ने मीटिंग कर की तैयारी की समी
Pingback : बडाबांकी में विश्व आदिवासी दिवस पर हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम, निकाला गया जुलूस – News Bee
Pingback : बिष्टुपुर स्थित तिलक पुस्तकालय में मनाया गया युवा कांग्रेस का स्थापना दिवस, फहराया गया पार्टी क
Pingback : विश्व मूल निवासी दिवस पर मूल निवासी संघ ने साकची में डीसी ऑफिस के सामने किया प्रदर्शन, राष्ट्रपति
Pingback : कदमा थाना क्षेत्र के भाटिया बस्ती में एक व्यक्ति ने सरेराह अपनी पत्नी को चाकू मारकर किया घायल, हो