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तो क्या कैदियों की रिहाई के लिए हमास ने हिजबुल्लाह की तर्ज पर इजरायल में किया है आपरेशन

न्यूज़ बी : हमास की सारी कवायद इजराइली जेल में बंद अपने कैदियों को छुड़ाने की है। इसीलिए इसराइली सैनिकों और सेटलर को बंधक बनाया गया है। इसराइल भी इसे बखूबी समझता है। इसीलिए उसने गाजा पर हमले शुरू किए हैं कि हमास पर दबाव बना कर बंधकों को छुड़वा लिया जाए। इसीलिए गाजा के सीज को पूरी तरह टाइट किया गया है। इजरायल ने गाजा का खाना पानी बंद कर दिया है। अंदर की खबर है कि इजरायल ने अमरीका से कहा है कि बंधकों की रिहाई के बदले वह गाजा में मानवीय मदद का रास्ता दे देगा। इजरायल ने ये शर्त अमरीका के विदेश मंत्री ब्लिंकेन से बताई है।
आज से शुरू होगा अमरीकी विदेश मंत्री का अरब दौरा
ब्लिंकेन इजरायल में हैं। वह युद्ध बंद कराने और पकड़े गए लोगों को छुड़ाने को मिडिल ईस्ट आए हैं।इजरायल से बात कर उनकी शर्तें जानी हैं। अब शुक्रवार से वह अरब देशों का दौरा शुरू करेंगे। सऊदी अरब, कतर, जार्डन और मिस्र पहुंच कर मसला हल करने की गुहार लगाएंगे। इस मसले पर तुर्की से पहले ही बात कर अमरीका बात कर चुका है। लेकिन हमास ने तुर्की को कोई तवज्जो नहीं दी है। यही वजह है कि अब अमेरिका को युद्ध विराम और बंधकों को छुड़ाने के लिए खुद मैदान में उतरना पड़ा है। एक अमरीकी अधिकारी भी गुप्त रूप से हमास से बात कर रहे हैं।
अभी सामने नहीं आया हमास का पक्ष
इस पर हमास का पक्ष नहीं आया है। अमरीकी विदेश मंत्री जब अरब देश पहुंचेंगे तो वहां से अरब देशों के प्रिंस व बादशाह हमास से बात करेंगे। जाहिर है कि हमास ऐसे नहीं मानेगा। वह कैदियों के बदले ही बंधक छोड़ेगा। मिश्रा और जॉर्डन ने इसराइल के कहने पर पहले ही दिन हमास के प्रमुख से बात की थी। ‌ इसके पहले जब-इसराइल और हमास दो दो हाथ करते थे तो इजरायल के ही कहने पर मिस्र और जॉर्डन ही युद्ध विराम करते थे। लेकिन, इसराइल ने युद्ध विराम की शर्तें कभी नहीं मानीं। अपने वादे पर खरे नहीं उतरने की वजह से ही इस बार मिस्र और जॉर्डन हमास से बात करने में हिचकिचा रहे हैं। यही वजह है कि अब इसराइल और अमेरिका ने तुर्की के कंधे पर बंदूक रख दी है।
कैदी रिहा कराने के लिए ही हुई थी 2006 की जंग
सेम यही सिचुएशन साल 2006 में लेबनान के हिजबुल्लाह के साथ बनी थी। हिजबुल्लाह ने आपरेशन कर इजरायल के छह कमांडर पकड़ लिए थे और इनके बदले इसरायली जेल में बंद अपने कैदियों को रिहा करने को कहा था। इसराइल ने लेबनान पर हमला कर दिया था। 30 दिन चली जंग इसराइल हार गया था। उसे हिजबुल्लाह के कैदी छोड़ने पड़े थे। अब अगर बिना हमास के कैदी छोड़े इजरायल अपने बंधक छुड़ा लेता है तो उसकी जीत। लेकिन, अगर बंधकों के बदले इज़रायल की जेल में बंद हमास के कैदी छोड़ने पड़े तो इज़राइल की हार।

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