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Railway Holi : टाटानगर में केंद्रीय कृत कर्षण मरम्मत कारखाना में रेल कर्मचारियों ने आयोजित किया होली मिलन समारोह

Jamshedpur : Railway Holi टाटानगर में केंद्रीय कृत कर्षण मरम्मत कारखाना में गुरुवार को रेल कर्मचारियों ने होली मिलन समारोह आयोजित किया। शाम 6 बजे रेल सिविल डिफेंस इंस्पेक्टर संतोष कुमार ने बताया कि इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सहायक मंडल विद्युत अभियंता और विशिष्ट अतिथि टाटानगर रेल सिविल डिफेंस के इंस्पेक्टर संतोष कुमार थे। कार्यक्रम के आरंभ में सहायक मंडल विद्युत अभियंता प्रेमचंद शर्मा को पगड़ी पहनाई गई। उन्हें हास्य व्यंग्य का सम्मान दिया गया। Railway Holi 

Railway Holi :  सिविल डिफेंस इंस्पेक्टर को मिली उपाधि

Railway Holi एक दूसरे को रंग लगाते रेल कर्मी

Railway Holi एक दूसरे को रंग लगाते रेल कर्मी

 डिफेंस इंस्पेक्टर संतोष कुमार को भी उपाधि दी गई। वरिष्ठ अनुभाग अभियंता सामान्य नरेंद्र बहादुर सिंह को ट्रांसपोर्टर की उपाधि, ज्योतिर्मय रक्षित एमसीएम वरिष्ठ अनुभाग को तबला वादक की उपाधि और अभियंता जगजीत सिंह को दिलखुश की उपाधि दी गई।

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समारोह में यह रहे मौजूद

अध्यक्षीय भाषण में प्रेमचंद शर्मा ने सभी को होली की शुभकामना दी। इंस्पेक्टर संतोष कुमार ने कहा कि होली प्रेम और सौहार्द का त्यौहार है। जिसकी मस्ती जिंदा है उसकी हस्ती जिंदा होती है। सभी ने एक दूसरे को गुलाल लगाया। कार्यक्रम में सरस्वती मुर्मू, सीमा सतपति, चांदमणि, इंद्र कुमार, मुकेश कुमार, गौतम कुमार, मनीष कुमार, रविंद्र लाल, डीपी तिवारी, एसपी सिंह, जयानंद कुमार आदि भी मौजूद रहे।

 

स्कूलों में उर्दू और बांग्ला भाषा की पढ़ाई को लेकर CM से मिले कांग्रेस के अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष रईस रिजवी

 

सरकारी स्कूलों में उर्दू और बांग्ला भाषा में पढ़ाई की मांग को लेकर कांग्रेस के अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष रईस रिजवी छब्बन मुख्यमंत्री से मिले हैं। यह जानकारी बिष्टुपुर में पत्रकारों से बात करते हुए रईस रिजवी छब्बन ने गुरुवार को 5:00 बजे दी है। रईस रिजवी छब्बन ने बताया कि झारखंड बनने के बाद उर्दू और बांग्ला को दूसरी राजभाषा का दर्जा तो दिया गया। लेकिन, धरातल पर कुछ भी नहीं उतर रहा है। स्कूलों में उर्दू और बांग्ला भाषा के टीचर नहीं हैं। उर्दू और बांग्ला की किताबें भी नहीं हैं। उन्होंने मांग की कि सरकारी स्कूलों में उर्दू और बांग्ला भाषा में किताबें उपलब्ध कराने के बाद टीचर तैनात किए जाएं और इन दोनों भाषाओं में पढ़ाई हो।

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