न्यूज़ बी रिपोर्टर, जमशेदपुर : एडीएम नंदकिशोर लाल ने गुरुवार को जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक कर स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की। इस बैठक में सिविल सर्जन डॉक्टर साहिर पाल ने एडीएम को बताया कि विभिन्न प्रखंडों के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के ओपीडी और आईपीडी में नवंबर माह में 29 हजार 102 मरीज आए हैं। इनमें से अधिकतर मरीजों का संबंधित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ही इलाज किया गया। सिर्फ 170 मरीजों को ही एमजीएम अस्पताल रेफर किया गया। इस तरह, जिला प्रशासन एमजीएम अस्पताल पर बढ़ रहे बोझ को घटाने में कामयाब रहा है। एडीएम ने कहा कि रेफरल मामलों में कमी आने से एमजीएम अस्पताल में मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने में सफलता मिलेगी।
समीक्षा के दौरान पुरुष नसबंदी की स्थिति संतोषजनक नहीं पाई गई। डीएम ने निर्देश दिया कि पुरुष नसबंदी के लाभुकों को प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जाए। मुसाबनी व बहरागोड़ा में संस्थागत प्रसव के मामले काफी कम हैं। इसे शत-शत करने का निर्देश दिया गया। इलाके की गर्भवती महिलाओं का ही संस्थागत प्रसव हो पाया है। जिले में कुल 5 कुपोषण उपचार केंद्र हैं। नवंबर महीने में 81 कुपोषित बच्चों को इन केंद्रों में भर्ती किया गया था। इनमें से 51 सफलतापूर्वक उपचार हुआ और उन्हें छुट्टी दी गई। मलेरिया, टीबी उन्मूलन की दिशा निर्देश दिए। बैठक में सिविल सर्जन भी मौजूद थे।