जमशेदपुर: जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय की पार्टी भारतीय जनतंत्र मोर्चा का सिदगोड़ा के टाउन हॉल में एक दिवसीय कार्यकर्ता सम्मेलन संपन्न हुआ। सम्मेलन में कार्यकर्ताओं ने विधायक सरयू राय से मांग की कि वह जमशेदपुर या धनबाद लोकसभा सीट से चुनाव लड़ें और इसकी तैयारी करें। इस सम्मेलन को संबोधित करते हुए विधायक सरयू राय ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार पर केंद्र सरकार दोहरा मापदंड अपना रही है। उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार में भ्रष्टाचार के 35 मामले सामने आए थे। इनमें से कई उन्होंने खुद उठाए थे। लेकिन ईडी ने इन मामलों में तत्कालीन मुख्यमंत्री से पूछताछ नहीं की। हेमंत सरकार में भ्रष्टाचार के तीन मामले आए जिनमें ईडी कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि ईडी को चाहिए कि वह पूर्व मुख्यमंत्री से भी बातचीत करें।
भाजपा सरकार से चल रहे थे घोटाले
विधायक सरयू राय ने कहा की हेमंत सरकार में जो तीन मामले हैं, उनमें पहला साहिबगंज-पाकुड़ में पत्थर घोटाले का है। दूसरा मामला, शराब घोटाले का और तीसरा आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल के भ्रष्टाचार का मामला है। ईडी ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि सभी घोटाले साल 2015-16 से चलते आ रहे हैं। जब ऐसा है तो ईडी को साल 2015-16 के तत्कालीन मुख्यमंत्री से भी पूछताछ करनी चाहिए।
आइएएस पूजा सिंघल को दी गई थी क्लीन चिट
साल 2017 में पूजा सिंघल को तत्कालीन मुख्यमंत्री ने क्लीन चिट दी थी। इन्हीं आरोप में ईडी ने पूजा सिंघल को साल 2022 में जेल भेजा। ईडी को चाहिए कि वह मुख्यमंत्री से पूछताछ करती कि उन्होंने पूजा सिंघल को क्यों क्लीन चिट दी थी। विधायक सरयू राय ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार जब किसी को बचाना चाहती है तो उन्हें राष्ट्रपति या राज्यपाल जैसे पद पर बैठा देती है।
घोटाले उजागर करने पर भाजपा ने नहीं दिया था टिकट
विधायक सरयू राय ने कहा कि उन्होंने पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में घोटाले उजागर करना शुरू किए थे। इसीलिए, उन्हें पार्टी ने टिकट नहीं दिया। उन्होंने कहा कि उन्होंने पार्टी से कहा था कि अगर टिकट नहीं देना तो पहले से बता दें। वह मीडिया से कह देंगे कि वह राजनीति से बाहर जा रहे हैं। लेकिन, ऐसा भी नहीं करने दिया गया। उन्हें अपमानित किया गया। इसीलिए, उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ा और उन्हें हरा दिया।
इनोवा गाड़ी पर चढ़ते थे पूर्व मुख्यमंत्री व उनकी पत्नी
विधायक सरयू राय ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन धीरज साहू की बीएमडब्ल्यू कार पर चढ़े तो भ्रष्टाचारी हो गए। जबकि प्रेम प्रकाश और उसके मित्र भार्गव ने जो इनोवा गाड़ी खरीदी थी, उस पर जमशेदपुर में पूर्व मुख्यमंत्री और उनकी पत्नी और अन्य रिश्तेदार घूमते थे। लेकिन, उनसे ईडी ने पूछताछ नहीं की। यही दोहरा मापदंड है।