आदिवासी व्यक्ति ने एसएसपी से की शिकायत, मामले में कार्रवाई की मांग
जमशेदपुर: आजाद नगर थाना प्रभारी पर एक आदिवासी व्यक्ति डिमना बस्ती के सोमू मांझी ने भू माफिया से मिली भगत कर आदिवासी जमीन पर कब्ज करवाने का आरोप लगाया है। आजाद नगर थाना क्षेत्र के दाईगुट्टू ग्वाला बस्ती में इस बेश कीमती जमीन पर भू माफिया के गुर्गे घेरा बंदी कर रहे हैं। मकान मालिक आदिवासी व्यक्ति जब निर्माण कार्य रोकने पहुंचा तो बदमाशों ने पिस्टल दिखाते हुए उसे वहां से भगा दिया। आदिवासी व्यक्ति ने मामले की शिकायत एसएसपी कौशल किशोर से की है और मामले में प्राथमिकी दर्ज कर आदिवासी जमीन पर जबरन कब्जा करने वाले भू माफिया और उनके गुर्गों पर कार्रवाई की मांग की है। साथ ही इस मामले में आजाद नगर थाना प्रभारी की भूमिका को संदिग्ध बताते हुए जांच कर उन पर भी कार्रवाई की मांग की गई है।
शिकायत में कहां गया है कि आजाद नगर थाना प्रभारी की भू माफिया से मिली भगत की कारस्तानी एनएच 33 घाटशिला रोड स्थित हवेली होटल के 17 सितंबर से 20 सितंबर के सीसीटीवी फुटेज से निकली जा सकती है। शिकायत करने वाले सोमू मांझी ने बताया कि उनके दादा ठाकुरा माझी की अरबों रुपए की भूमि आज़ाद नगर थाना क्षेत्र वार्ड नंबर 8 में है। इस का वर्तमान में खाता संख्या 256 है। प्लॉट संख्या 451(A,B) और 513 है। भूमि माफिया के नाम से फर्जी दस्तावेज़ बना कर संबंधित विभाग को दिग्भ्रमित कर किया गया है। ये भूमि1908 से लेकर 1959 तक ठाकुरा माझी के नाम से था। लेकिन इसे 1964 के सर्वे रिकॉर्ड में बिहार सरकार के नाम कर दिया गया। और, कुछ ही महीनों बाद इसे गलत तरीके से जहीरुल हसन के नाम कर दिया गया। फिर जहीरुल हसन के बेटे मोहम्मद यूसुफ के नाम हो गई। जबकि 1988 तक इस भुमि का लगान आदिवासी परिवार दे रहा था। आदिवासी की भुमि गैर आदिवासी के नाम होना गैर कानूनी है। फिर बिहार सरकार के नाम से जहीरुल के नाम कर देना जांच का विषय है। जाल साजी कर आदिवासी की भूमि हड़पी गई है। भूमाफिया ने उनके दादा की जितनी जमीन भेजी है वह सब का खतियान सोमू मांझी के पास है। इस प्रकार दाईगुट्टू ग्वाला बस्ती आज़ाद नगर थाना क्षेत्र में खाता संख्या 114 प्लॉट संख्या 1991, 1992,1993,1994,1995 में भू माफिया के गुर्गे घेराबंदी करा रहे हैं।
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