रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में मुख्यमंत्री आवास पर मंगलवार को हुई सत्ता पक्ष के विधायक दल की बैठक में पहली बार कल्पना सोरेन भी मौजूद रहीं। ऐसा सूत्रों से जानकारी मिली है। इससे इशारा मिलता है कि झारखंड की बागडोर कल्पना सोरेन संभाल सकती हैं। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि जिस तरह ईडी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ आक्रामक है, मुख्यमंत्री पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पूछताछ के लिए 31 जनवरी को ईडी को बुलाया है। ईडी को 1:00 बजे का समय दिया गया है। माना जा रहा है कि अगर ईडी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गिरफ्तार करती है तो उसके बाद कल्पना सोरेन को अगला मुख्यमंत्री घोषित कर दिया जाएगा। बैठक में महाधिवक्ता को भी बुलाया गया। अब उनसे राय ली गई ईडी की अगली कार्रवाई को लेकर राज्य की संवैधानिक स्थिति क्या होगी और उसके तहत क्या-क्या कदम उठाए जा सकते हैं। प्रदेश के राजनीतिक माहौल के अलावा कांग्रेस की यात्रा पर भी चर्चा हुई। यात्रा को कैसे सफल बनाया जाना है इस पर भी मंथन किया गया। बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए जमशेदपुर के विधायक स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि सब कुछ ठीक है। सरकार को कोई खतरा नहीं है। झामुमो के नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री कुछ काम से दिल्ली गए थे। वह वापस रांची लौट आए हैं। भाजपा बेवजह का तूफान खड़ा कर रही है। जनता समझ गई कि सिर्फ माहौल बनाया जा रहा है। लेकिन, झामुमो डरने वाली नहीं है। झामुमो नेताओं का कहना है कि राजनीतिक माफियाओं को आदिवासी मुख्यमंत्री हजम नहीं हो रहा है। इसलिए साजिश है रची जा रही हैं।