बारीडीह के मिथिला कॉलोनी में हरी मैदान के पास सड़क का अतिक्रमण कर बन रही बहुमत जिला इमारत श्रीराम टावर
जमशेदपुर : बारीडीह में मिथिला कॉलोनी में हरी मैदान के पास सड़क का अतिक्रमण कर बहु मंजिला इमारत श्रीराम टावर का निर्माण हो रहा है। कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष बबलू झा की शिकायत पर इस इमारत का निर्माण कार्य रोकते हुए इसे शनिवार को पांचवीं बार सील किया गया। लेकिन, यह प्रकरण जिले की प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहा है। आखिर बिल्डर किसके इशारे पर प्रशासनिक व्यवस्था और कानून की धज्जी उड़ा रहा है। उसके खिलाफ जेएनएसी एफआइआर दर्ज क्यों नहीं कराती। क्यों बार-बार बिल्डर सील तोड़ने का दुस्साहस करता है और प्रशासनिक रोक के बावजूद सरकारी व्यवस्था को चैलेंज करते हुए निर्माण कार्य शुरू कर देता है।
2 साल पहले पहली बार सील हुई थी बिल्डिंग
इस इमारत को पहली बार 14 जनवरी साल 2022 को सील किया गया था। लेकिन, इसका बिल्डर भी ढीठ है। सील होने के बाद उन्होंने निर्माण कार्य जारी रखने के लिए सील तोड़ दी। निर्माण कार्य शुरू हो गया। इसकी भनक लगने के बाद फिर मामले की शिकायत हुई और 16 जून साल 2022 को जेएनएसी के अधिकारियों ने इस इमारत में निर्माण कार्य बंद करने के बाद इसे फिर सील कर दिया। फिर बिल्डर ने सील तोड़ दी और निर्माण कार्य शुरू कर दिया। इसकी जानकारी मिलने पर फिर मामले की शिकायत जेएनएसी से की गई और फिर जेएनएसी के अधिकारी मौके पर पहुंचे और पाया कि अतिक्रमण कर बनाई जा रही इमारत का निर्माण कार्य चल रहा है और इस इमारत को फिर 28 अप्रैल साल 2023 को सील किया गया। लेकिन, बिल्डर ने फिर सील तोड़ दी और निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया। फिर मामले की शिकायत जेएनएसी से हुई और जेएनएसी ने 6 मई साल 2023 को इस इमारत को फिर सील कर दिया। लेकिन, बिल्डर नहीं माना। तू डाल-डाल मैं पात पात की तर्ज पर बिल्डर ने फिर सील तोड़ दी। इस बिल्डिंग का निर्माण कार्य जारी कर दिया। इसकी शिकायत कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष बबलू झा ने फिर प्रशासनिक अधिकारियों को दी जेएनएसी के अधिकारी को भी दी। मुख्यमंत्री को भी इस मामले से अवगत कराया। तब जाकर इस इमारत को शनिवार को फिर सील कर दिया गया है।
आखिर किसके इशारे पर चल रहा है कानून तोड़ने का खेल
कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष बबलू झा ने प्रशासनिक अधिकारियों से कहा है कि वह इस मामले की पूरी जांच कराए। आखिर बिल्डर बार-बार सील क्यों तोड़ रहा है। सील तोड़ने पर बिल्डर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर के उसकी गिरफ्तारी क्यों नहीं हो रही है। जबकि, सामान्य मामले में जेएनएसी प्राथमिकी दर्ज कराता है। आखिर एक बिल्डर कब तक प्रशासनिक दिशा निर्देश और कानून की धज्जी उड़ाता रहेगा। यह खेल किसके इशारे पर चल रहा है। इसकी भी जांच होनी जरूरी है।
जेएनएसी की भी भूमिका लग रही संदिग्ध
इलाके के लोग भी इस प्रकरण से हतप्रभ हैं। उनका कहना है कि क्या आम लोगों और अमीरों के लिए अलग कानून है। दूसरी तरफ बबलू झा का कहना है कि उन्होंने मामले की शिकायत सिदगोड़ा थाने में भी की थी। इसके बावजूद श्री राम टावर का मालिक कानून को ताक पर रखकर न केवल प्रशासनिक व्यवस्था की धज्जी उड़ा रहा है। बल्कि, सरकार की छवि भी धूमिल कर रहा है।