रघुवर दास और पूर्णिमा साहू ने की सेना की वीरता की सराहना
Jamshedpur : (Jamshedpur Opration Sindoor) जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए जघन्य आतंकी हमले के ठीक दो हफ्ते बाद भारत ने आतंक के खिलाफ कड़ा और निर्णायक कदम उठाते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया। इस संयुक्त सैन्य कार्रवाई में भारतीय वायु सेना, थल सेना और नौसेना ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर के 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए, जिसमें करीब 80 से 90 आतंकवादी मारे गए हैं।
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Jamshedpur Opration Sindoor : पहलगाम आतंकी हमले का लिया बदला

Jamshedpur Opration Sindoor : हमले में पाकिस्तान में इस इमारत को नुकसान
22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले में आतंकियों ने धर्म के आधार पर 26 पर्यटकों की बेरहमी से हत्या की थी। इसका बदला लेने के लिए मंगलवार देर रात 1:30 बजे भारतीय सेना ने जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों के ठिकानों को बहावलपुर, कोटली, मुजफ्फराबाद, मुरीदके, सियालकोट, बाघ, भिंबर, चाक अमरू और गुलपुर में निशाना बनाया।
भाजपा ने की भारतीय हमले की सराहना
इस साहसिक अभियान की सराहना करते हुए झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता रघुवर दास ने कहा कि भारतीय सेना ने एक बार फिर अपने शौर्य और पराक्रम से साबित कर दिया कि भारत आतंकवाद के सामने झुकने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ केवल आतंक के ठिकानों को ध्वस्त करने की कार्रवाई नहीं थी, बल्कि यह उन निर्दोषों की आत्मा को न्याय दिलाने की कोशिश थी, जिनकी जान केवल उनके धर्म के कारण ली गई। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से अपील की कि इस समय हमें एकजुट होकर सेना का मनोबल बढ़ाना चाहिए। यह राजनीति का नहीं, राष्ट्रीय एकता का समय है।
आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति
जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र की विधायक पूर्णिमा साहू ने भी इस कार्रवाई को भारतीय सरकार की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति का परिचायक बताया। उन्होंने कहा कि आतंकियों ने हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा था और चुनौती दी थी कि जाकर मोदी को बता देना। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के ज़रिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न केवल उस चुनौती का उत्तर दिया, बल्कि आतंकियों को स्पष्ट संदेश भी दिया कि भारत अब चुप नहीं बैठेगा। उन्होंने कहा कि हमारी सेना ने इस कार्रवाई से यह सिद्ध कर दिया कि भारत में अब हर आँसू का हिसाब लिया जाएगा।
भारत की इस निर्णायक कार्रवाई से देशभर में उत्साह और गर्व का माहौल है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ न केवल आतंक के खिलाफ युद्ध है, बल्कि यह न्याय, नारी सम्मान और राष्ट्र की अस्मिता की रक्षा का प्रतीक बन चुका है।