न्यूज़ बी : पाकिस्तान के बलूचिस्तान में ग्रीन माउंटेन इलाके में आतंकवादी संगठन जैशल अद्ल के ठिकानों पर ईरानी मिसाइल हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। इसी बीच ईरान के विदेश मंत्री हुसैन आमिर अब्दुल्लाहियान ने बुधवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री से फोन पर बात की है। इस बातचीत में हुसैन आमिर अब्दुल्लाहियान ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री से साफ कह दिया है कि वह पाकिस्तान की संप्रभुता का सम्मान करते हैं। लेकिन, ईरान की राष्ट्रीय सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होगा। पाकिस्तान के विदेश मंत्री से साफ कहा गया है की जैशुल अद्ल नामक आतंकी संगठन ने ईरान के सीस्तान प्रांत में एक पुलिस स्टेशन पर हमला कर 11 पुलिस कर्मियों को मार दिया था। इन्हीं आरोपी आतंकियों के खिलाफ ईरान ने कार्रवाई की है। विदेश मंत्री ने कहा कि वह पाकिस्तान से 4 साल से इस आतंकी संगठन के खिलाफ कार्रवाई की बात कहते रहे। लेकिन, पाकिस्तान ने अनदेखी की। इसलिए मजबूरन ईरान को यह कार्रवाई करनी पड़ी है। सूत्र बताते हैं कि टेलिफोनिक बातचीत के दौरान पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने ईरान के विदेश मंत्री से कहा है कि अगर पाकिस्तान में मौजूद कोई आतंकी संगठन ईरान में आतंकी कार्रवाई करता है तो इससे संबंधित जानकारी पाकिस्तान के साथ साझा की जाए। पाकिस्तानी सेना खुद आतंकवादियों से निपटेगी। गौरतलब है कि आतंकी संगठन जैशुल अद्ल को इजरायल का समर्थन प्राप्त है। विशेषज्ञ मानते हैं कि पाकिस्तान अमेरिका और इसराइल के दबाव में आकर इस मुद्दे पर ईरान से भड़का हुआ है। उसने ईरानी राजदूत को पाकिस्तान नहीं आने को कह दिया है। जबकि, तेहरान स्थित अपने राजदूत को वापस बुला लिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि ईरान इसराइल गजा युद्ध में फिलिस्तीन के साथ है और फिलिस्तीन की मदद कर रहा है। ईरान समर्थक संगठन हिजबुल्ला और यमन की हौसी सेना अमेरिका और इसराइल के लिए सर दर्द बने हुए हैं और इसराइल के ठिकानों पर लगातार हमले कर रहे हैं। इन्हीं का बदला ईरान से लेने के लिए इसराइल समर्थित आतंकी पाकिस्तान और इराक में बैठकर ईरान के खिलाफ साजिश रच रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ईरान में हाल ही में दो बड़े आतंकी हमले किए गए हैं। इनमें से एक सीस्तान प्रांत के पुलिस स्टेशन पर हुए आतंकी हमले में जैशुल अद्ल का हाथ था। जबकि, दूसरा आतंकी हमला करमान प्रांत में हुआ था। इसकी प्लानिंग इराक के इरबिल शहर में स्थित मोसाद के हेड क्वार्टर से हुई थी। इस आतंकी हमले की इसराइल समर्थित आतंकी संगठन आइएसआइएस ने जिम्मेदारी ली थी। इस आतंकी हमले में सुसाइड बाम्बर ने खुद को उड़ा लिया था। इसीलिए ईरान ने पाकिस्तान के बलूचिस्तान के साथ ही इराक के इरबिल में मोसाद के हेड क्वार्टर और सीरिया के इदलिब में आइएसआइएस के ठिकानों पर हमला किया। सूत्र बताते हैं कि ईरान के हमले में इराक में मोसाद के चार बड़े अधिकारी मारे गए हैं। जबकि, सीरिया में हुए हमले में आईएसआईएस के कई आतंकियों के मारे जाने की बात कही जा रही है।
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