जमशेदपुर : खासमहल स्थित सदर अस्पताल में तैनात होम गार्ड्स को 5 महीने से वेतन नहीं मिला है। वेतन नहीं मिलने से उनके घर में आर्थिक परेशानी शुरू हो गई है। भूखे रहने की नौबत आ गई है। दुर्गा पूजा का त्योहार सर पर है। होमगार्ड का कहना है कि बच्चों को कपड़ा बनवाना है। उनकी दुर्गा पूजा कैसे मनेगी। होमगार्ड ने सिविल सर्जन डॉक्टर जुझार मांझी से मुलाकात की तो उन्होंने हाथ खड़े कर दिए। सिविल सर्जन ने होमगार्डों से कहा कि उनके पास आउटसोर्स फंड में पैसा नहीं है। वेतन कहां से देंगे। सरकार को तीन महीने पहले पत्र लिखा गया है। साढे 4 करोड रुपए मांगे गए हैं। फंड आने पर ही वेतन मिलेगा। इसके बाद होमगार्ड के जवान होमगार्ड संगठन के जिला उपाध्यक्ष रमेश प्रसाद के नेतृत्व में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। सदर अस्पताल परिसर में होमगार्ड धरने पर बैठ गए हैं। होमगार्डों का कहना है कि जब तक वेतन नहीं मिल जाता वह हड़ताल समाप्त नहीं करेंगे।
अस्पताल से होमगार्ड को हटाया जा रहा
होमगार्डों का कहना है कि पहले सदर अस्पताल में 42 होमगार्ड तैनात थे। 12 होमगार्डों को वापस कर दिया गया है। अब यहां 30 होमगार्ड ही हैं। इन 30 होम गार्ड्स को भी 5 महीने से वेतन नहीं मिला। होमगार्डों का कहना है कि सदर अस्पताल से होमगार्डों को काम करने की साजिश रची जा रही है। उनका कहना है कि सुरक्षा व्यवस्था संभालने वाला ठेकेदार होम गार्ड्स को हटाकर निजी सुरक्षा कर्मी तैनात करने का मन बना रहा है।
जितना पैसा उतने रखेंगे होमगार्ड
सिविल सर्जन डॉक्टर जुझार मांझी का कहना है कि होम गार्ड्स को हटाकर निजी सुरक्षा कर्मी रखने की बात बेबुनियाद है। उनका कहना है कि होमगार्ड को कम किया जा रहा है। यह सही है। सिविल सर्जन डॉक्टर जुझार मांझी ने कहा कि जितना पैसा है उतने ही होमगार्ड रखेंगे। ज्यादा। होमगार्ड रखने का पैसा नहीं है। क्योंकि वह वेतन नहीं दे पा रहे हैं।